नई दिल्ली। बुधवार को 'बीइंग फ्यूचर रेडी बिजनेस समिट- 2022' (Being Future Ready Business Summit) में भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के अध्यक्ष टी वी नरेंद्रन ने कहा कि भारत को इंसेंटिव और सब्सिडी से हटकर सोचना चाहिए और प्रतिस्पर्धा और प्रोडक्टिविटी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
नरेंद्रन ने कहा कि एक जिम्मेदार और जागरूक इंडस्ट्री को देश में पॉजिटिव बदलाव लाने के लिए अपनी प्राथमिकताओं से हटकर सोचना चाहिए। सीआईआई के अध्यक्ष ने कहा कि, 'हमें रिस्क नहीं उठाने की मानसिकता से हटकर सोचना होगा और सभी बाजारों और सेक्टर्स में कारोबार की संभावना तलाशनी होगी।'
हमारे लिए खुलेंगे कई अवसर
उन्होंने यह भी कहा कि, 'हमारे प्रमुख मार्केट पार्टनर्स के साथ कई नए फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए जा रहे हैं। इससे हमारे लिए ग्लोबल व्यापार के अपार अवसर खुलेंगे।
उन्होंने इंडस्ट्री से वर्क फोर्स स्किलिंग, इनोवेशन, क्वालिटी और स्स्टेनेबिलिटी के माध्यम से प्रतिस्पर्धा के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि भविष्य के लिए तैयार होने के लिए उद्योग के लिए रिसर्च एंड डेनवलपमेंट एक्सपेंडिचर को बढ़ाना आवश्यक है। भारत में कुल R&D खर्च में भारतीय उद्योग का हिस्सा 37 फीसदी है, जबकि दक्षिण कोरिया में यह 80 फीसदी और चीन में 77 फीसदी है।
भारतीय उद्योग परिसंघ बिजनेस समिट में हीरो मोटोकॉर्प के एमडी पवन मुंजाल भी शामिल थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन मोबिलिटी पर फोकस रहेगा।