- 31 दिसंबर तक चालू हो सकता है 'बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे'
- मुख्यमंत्री ने बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना की प्रगति की पैकेजवार समीक्षा की
- बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे पर इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए भूमि चयन के निर्देश
Bundelkhand Expressway to in December: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना की प्रगति की पैकेजवार समीक्षा की। उन्होंने इस एक्सप्रेस-वे के मुख्य मार्ग को हर हाल में 31 दिसम्बर, 2021 तक पूरा कर चालू करने के निर्देश दिए। उन्होंने वर्चुअल माध्यम से बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना से सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारियों को इस कार्य में पूर्ण सहयोग देने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर/क्लस्टर स्थापित करने के लिए भूमि चिन्हित कर इनकी स्थापना की दिशा में शीघ्र कार्य प्रारम्भ किया जाए। उन्होंने एक्सप्रेस-वे निर्माण के साथ ही साइनेज, बोडर््स लगाने के भी निर्देश दिए। समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे की निर्माण की प्रगति के सम्बन्ध में एक प्रस्तुतीकरण भी देखा। प्रस्तुतीकरण के दौरान यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने अवगत कराया कि यह एक्सप्रेस-वे देश का सबसे सुरक्षित एक्सप्रेस-वे होगा। यह सबसे कम समय में निर्मित किया जाएगा।
बता दें कि चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, ओरैया और इटावा जनपदों को लाभांवित करते इस 296 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे के द्वारा अब बुंदेलखंड की सीधी रोड कनेक्टिविटी लखनऊ और दिल्ली से हो जाएगी। जो यहां पर कृषि, पर्यटन, हैंडलूम उद्योग, मंडी, खाद्य प्रसंस्करण, भंडारण गृह व दुग्ध उद्योग समेत उद्यमिता के अनेक आयामों की विकास की राह को आसान और रफ्तार को तेज करेगा।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के दोनों सिरों पर एक-एक औद्योगिक पार्क की स्थापना की जाएगी और इन पार्कों में क्षेत्रीय जरूरतों के मुताबिक उद्योग लगाए जाएंगे जोकि किसानों को सीधे लाभांवित करेंगे। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण से लगभग 60 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।