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Credit Card Rules : क्रेडिट कार्ड यूजर्स जान लें ये 10 जरूरी बातें, परेशानी से बचेंगे, होंगे कई फायदे

Updated Jul 23, 2021 | 19:02 IST

क्रेडिट कार्ड के अनुशासित इस्तेमाल के साथ यूजर्स को कुछ सावधानियां भी बरतनी होंगी जिससे कर्ज समेत कई परेशानियों के बचने में आसानी होगी।

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क्रेडिट कार्ड के नियम (तस्वीर-istock)
मुख्य बातें
  • क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल जिम्मेवारी से करना चाहिए।
  • अनुशासित इस्तेमाल से क्रेडिट हिस्ट्री में सुधार होता है।
  • रिपेमेंट शर्तों पर अपनी मर्जी का लोन भी आसानी से ले सकते हैं।

क्रेडिट कार्ड को इस्तेमाल करने के अनेक लाभ होते हैं। खर्च करने के इन आधुनिक टूल्स से न केवल अल्प अवधि में नकदी की कमी को दूर करने में मदद मिलती है बल्कि आपको कैशबैक, रिवार्ड प्वाइंट्स, और विशेष डिस्काउंट आदि जैसे लाभ भी मिलते हैं। लेकिन, आपको इनका इस्तेमाल जिम्मेवारी से करना चाहिए और आपको यह भी तय करना चाहिए कि आप हर बिलिंग साईकल के दौरान ब्याज-रहित अवधि में अपनी कुल बकाया राशि की अदायगी कर देते हैं। इसके अलावा, क्रेडिट कार्ड के अनुशासित इस्तेमाल से आपका क्रेडिट हिस्ट्री बनता है और उसमें सुधार होता है जिससे आपके फाइनेसेज को सुरक्षित किया जा सकता है और भविष्य में आप सर्वश्रेष्ठ रिपेमेंट शर्तों पर अपनी मर्जी का लोन भी आसानी से ले सकते हैं। लेकिन, क्रेडिट कार्ड के अनुशासित इस्तेमाल के साथ यूजर्स को कुछ सावधानियां भी बरतनी होंगी जिससे किसी धोखाधड़ी को रोका जा सके और कर्जे को बढ़ने से रोका जा सके। इस लेख में हम कुछ महत्वपूर्ण बातों का उल्लेख करेंगे जिनकी जानकारी किसी भी क्रेडिट कार्ड यूजर्स को होनी चाहिए।

क्रेडिट कार्ड क्रेडेंशियल्स

कार्ड नम्बर, एक्स्पायरी तारीख, सीक्रेट पिन, वन-टाइम पॉसवर्ड (ओटीपी) और तीन-अंकों की कार्ड वैरिफिकेशन वैल्यू (सीवीवी) नम्बर आपके कार्ड की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं और इनको लेनदेन से जुड़े ब्यौरे के अलावा किसी दूसरे के साथ साझा नहीं किया जाना चाहिए।

बिल जेनरेशन दिन और मासिक डेडलाइन्स

आमतौर पर कार्ड यूजर्स को अपनी बकाया राशि की अदायगी करने के लिए 50 दिन की ब्याज-रहित अवधि मिलती है। हर क्रेडिट कार्ड अकाउंट के साथ एक नियत दिन जुड़ा रहता है जिस दिन मासिक बिल और हर भुगतान चक्र के लिए मासिक डैडलाइन (खास तौर पर बिल जेनरेशन दिन से 20 दिन बाद) को जेनरेट किया जाता है। कार्ड यूजर्स को इन तारीखों की जानकारी होनी चाहिए, क्योंकि मासिक डेडलाइन के बाद बकाया राशि पर अतिरिक्त ब्याज चार्ज लगाए जाएंगे। अकसर सबसे अच्छा विकल्प यह होगा कि आप अपने बैंक को समय पर बकाया राशि के भुगतान के लिए ऑटो-डेबिट का स्थाई निर्देश दे सकते हैं।

ऑनलाइन शॉपिंग

ई-कॉमर्स पोर्टल्स और एप्लीकेशन्स अकसर भावी लेनदेनों को आसान बनाने के लिए आपके क्रेडिट कार्ड के ब्यौरे को स्टोर करने के लिए पूछते हैं। लेकिन, आपको अपने कार्ड को केवल प्रतिष्ठित मर्चेन्ट के पास ही सेव करना चाहिए जिनकी सुरक्षा का ट्रेक रिकॉर्ड अच्छा हो। अपने कार्ड ब्यौरे को अज्ञात ऑनलाइन मर्चेन्ट्स के पास स्टोर करने से कार्ड के संबंध में धोखाधड़ी हो सकती है। आपको लेनदेन के लिए मजबूत पॉसवर्ड बनाना चाहिए और तय कर लें कि ओटीपी के जरिए दो-फैक्टर ऑथेन्टिकेशन को सक्षम बनाया गया है।

कैश विदड्रावल्स

क्रेडिट कार्ड से एटीएम से कैश विदड्रा करना एक आसान सुविधा हो सकती है। लेकिन, याद रखें कि क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके जब भी आप कैश विदड्रा करते हैं, तो उस पर फीस लगाई जाती है, जो कि विदड्रा की गई राशि के 2.5-3.0% के बराबर होती है। साथ ही, इस प्रकार के कैश एडवांस के संबंध में कोई ब्याज-रहित अवधि प्रदान नहीं की जाती है। इसलिए, इस सुविधा से बचना ही बेहतर होगा।

क्रेडिट कार्ड लिमिट

हर क्रेडिट कार्ड के साथ एक पूर्व-परिभाषित खर्च की सीमा होती है, जिसके बाद यूजर्स को खर्च करने की अनुमति नहीं दी जाती है। इस लिमिट को क्रेडिट कार्ड यूजर्स की आय, जॉब प्रोफाइल और क्रेडिट से जुड़े इतिहास के आकलन के बाद तय किया जाता है। लेकिन, आपको यह सलाह दी जाती है कि आप कभी भी अपनी पूरी क्रेडिट कार्ड लिमिट का इस्तेमाल न करें और अपनी रिपेमेंट क्षमता के अनुसार ही खर्च करें जो कि आदर्श रूप से कार्ड पर खर्च के आपके मासिक बजट के अनुसार है। वास्तव में, आपको अपने क्रेडिट कार्ड पर किसी प्रतिकूल प्रभाव को कम से कम रखने के लिए अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट का 30% तक ही अपने खर्च करना चाहिए। इसके अलावा, आपको ईमेल और एसएमएस के जरिए भेजी गई रसीदों के जरिए अपने क्रेडिट कार्ड के सभी लेनदनों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आप अपने वास्तविक खर्च की जानकारी रख सकें और नियमित रूप से आपको अपने क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट की जांच करते रहना चाहिए ताकि किसी भी फर्क का पता लगाया जा सके।

एड-ऑन कार्ड

अधिकांश क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता एड-ऑन (या सप्लीमेंट्री) कार्ड ऑफर करते हैं। इन कार्ड को सेकेंडरी यूजर्स द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है जो परिवार का ऐसा सदस्य हो सकता है जो कुछ कारणों से अपने लिए कार्ड प्राप्त नहीं कर सकता है। बकाया राशि की ट्रैकिंग और उसका भुगतान करने की जिम्मेवारी प्राथमिक कार्डहोल्डर की होती है। इसलिए, यदि आप अपने परिवार के लिए एड-ऑन कार्ड लेने की सोच रहे हैं, तो इस बात को पक्का कर लें कि आप उनके खर्च करने के पैटर्न का ट्रैक रखते हैं ताकि आप बहुत अधिक बकाया राशि से बच सकें, और यदि बकाया राशि की समय पर अदायगी नहीं की जाती है, तो उस पर ब्याज चार्ज, लेट पेमेंट जुर्माना देना होगा और कर्ज भी बढ़ जाएगा जिससे आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान होगा।

पूरी बकाया राशि का भुगतान करना

न्यूनतम बकाया राशि वह भुगतान ऑप्शन है जो क्रेडिट कार्ड यूजर्स को प्रदान किया जाता है जिसमें उसे एक छोटी राशि यानी कुल कार्ड बिल का -खास तौर पर 5%- भुगतान करना होता है ताकि वह देरी से भुगतान के जुर्माने से बच सके। लेकिन क्रेडिट कार्ड कंपनियों द्वारा शेष राशि पर ब्याज वसूली जारी रखी जाती है जो हर महीने 3-4% और कुछ मामलों में इससे भी अधिक होती है। इसके अलावा, अगर आप मासिक डेडलाइन के बाद न्यूनतम बकाया राशि का भुगतान करते हैं, तो आपको देरी से भुगतान के लिए अतिरिक्त फीस देनी पड़ सकती है। आपको यह भी याद रखना होगा कि अगर आप न्यूनतम बकाया राशि का ही भुगतान करेंगे, तो ब्याज-रहित अवधि की सुविधा अब आपको नहीं मिलेगी।

ईएमआई

अनेक क्रेडिट कार्ड पर ईएमआई स्कीम भी उपलब्ध रहती है जिसमें योग्य बड़ी खरीददारियों को आपको मासिक किश्तों में बदलने की अनुमति प्रदान की जाती है जिसे आपके मासिक बकाया में जोड़ दिया जाता है। लेकिन इससे पहले की आप इस सुविधा का लाभ उठाएं, आपको इसके साथ जुड़े चार्ज, यदि कोई है, के बारे में पूरी तरह से स्पष्ट जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए। साथ ही, आपको यह भी ध्यान रखना होगा कि आपकी क्रेडिट कार्ड लिमिट, ईएमआई पर खरीदे गए प्रोडक्ट की राशि के बराबर ब्लॉक कर दी जाएगी, और जैसे जैसे आप ईएमआई का भुगतान करते रहेंगे, इस ब्लॉक की गई लिमिट को कम किया जाता रहेगा। ईएमआई में की गई किसी चूक के मामले में आपसे अतिरिक्त ब्याज चार्ज लिए जाएंगे जिससे आपकी कुल क्रेडिट बकाया राशि बढ़ जाएगी।

लाभों को अधिकतम करना

क्रेडिट कार्ड के साथ अनेक मुख्य लाभ जैसे कैशबैक, रिवार्ड प्वाइंट्स, एयर माइल्स के साथ-साथ अतिरिक्त सुविधाएं और प्रिवलेजेस जैसे कम्प्लनीमेंट्री एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस, होटल चेन्स के संबंध में विशेष छूट आदि भी मिलते हैं, जो कार्ड के वैरिएंट पर निर्भर करता है। क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ता के रूप में, आदर्श रूप से आपको ऐसा कार्ड लेना चाहिए जिसके साथ मिलने वाले मुख्य लाभ आपके खर्च करने के सामान्य पैटर्न और कार्ड पर मासिक खर्च के बजट के साथ मेल करते हों। साथ ही, लागू राइडर्स, जैसे पात्र लेनदेन, कैशबैक कैप, रिवार्ड प्वाइंट एक्स्पायरी तारीख आदि को भी ध्यान में रखें ताकि आप अपने कार्ड से मिलने वाले लाभों को अधिकतम कर सकें।

वार्षिक शुल्क

अकसर क्रेडिट कार्ड कंपनियों द्वारा वार्षिक फीस या मेम्बरशिप फीस ली जाती है ताकि कार्ड अकाउंट को एक्टिव रखा जा सके। लेकिन, अनेक कार्ड वैरिएंट ऐसे हैं जिन पर इस फीस को चार्ज नहीं किया जाता है। इसके अलावा, प्रीमियम लाभों के साथ अन्य वैरिएंट्स वार्षिक फीस चार्ज करते हैं, लेकिन उनके साथ पूर्व परिभाषित खर्च की सीमा भी जुड़ी रहती है, और यदि उस सीमा तक खर्च किया जाता है, तो इस चार्ज को माफ कर दिया जाता है।

अंत में, क्रेडिट कार्ड आपके नियमित खर्च को प्रोत्साहित करने के लिए एक बहुत ही शानदार प्रोडक्ट में आते हैं और आदर्श रूप से इनसे आपको अधिक बचत करने, न कि अधिक खर्च करने में सहायता मिलनी चाहिए। लेकिन, यहां पर इस बात पर फिर से बल देना सही होगा कि इनका प्रयोग बहुत ही अनुशासित तरीके अपनी रिपेमेंट क्षमता के अनुसार किया जाना चाहिए ताकि आप अतिरिक्त चार्ज से बच सकें और कर्ज के जाल में न फंसे।

(इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: यह जानकारी एक्सपर्ट की रिपोर्ट के आधार पर दी जा रही है। बाजार जोखिमों के अधीन होते हैं, इसलिए निवेश के पहले अपने स्तर पर सलाह लें।) ( ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)

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