- रूस दुनिया के सबसे बड़े ऊर्जा उत्पादकों में से एक है।
- पिछले सत्र के मुकाबले तेल की कीमत आज इतनी ज्यादा नहीं बढ़ी है।
- देश में कई दिनों से ईंधन के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
Crude Oil Price: वैश्विक आपूर्ति बाधित होने की चिंताओं पर कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमत और भी बढ़ गई है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन द्वारा रूसी तेल पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा के बाद, अमेरिकी कच्चे तेल की एक बैरल की कीमत 3.6 फीसदी बढ़कर 123.70 डॉलर पर आ गई। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रेंट क्रूड (Brent crude) 3.9 फीसदी बढ़कर 127.98 डॉलर पर पहुंच गया।
लेकिन तेल की कीमतें उतनी नहीं बढ़ीं, जितनी एक दिन पहले बढ़ी थी, जब संभावित प्रतिबंध को लेकर चिंता बढ़ गई थी और अमेरिकी तेल की कीमत 130.50 डॉलर तक पहुंच गई थी।
कच्चे तेल का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है रूस
मंगलवार को तेल की कीमत करीब चार फीसदी तेजी के साथ बंद हुआ। यूएस रूसी तेल पर पहले ही प्रतिबंध लगा चुका है। ब्रिटेन ने कहा है कि वह साल ते अंत तक कड़े कदम उठा सकता है। इससे वैश्विक तेल बाजार में और उथल-पुथल मच सकती है क्योंकि रूस कच्चे तेल का दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है। कच्चे तेल की कीमत बढ़ने का सीधा असर ईंधन पर पड़ेगा।
जल्द लग सकता है महंगाई का झटका
रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से क्रूड ऑयल की कीमत में 30 फीसदी से भी ज्यादा की तेजी आई है। संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य देशों ने कई प्रतिबंध लगाए हैं। मालूम हो कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने रूसी तेल के साथ अन्य ऊर्जा आयात पर भी प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। देश में पेट्रोल-डीजल के दाम से जनता पहले ही परेशान है। अब कच्चे तेल की कीमत बढ़ने से जनता को दोबारा महंगाई का झटका लग सकता है।
फिलहाल इतनी है पेट्रोल-डीजल की कीमत
माना जा रहा है कि देश में चुनाव खत्म होते ही पेट्रोल और डीजल (Petrol Diesel Price) बढ़ जाएगी। फिलहाल राजधानी में पेट्रोल का दाम 95.41 रुपये प्रति लीटर है मुंबई में एक लीटर पेट्रोल के लिए लोग 109.98 रुपये चुका रहे हैं। दिल्ली और मुंबई में डीजल की कीमत क्रमश: 86.67 रुपये और 94.14 रुपये प्रति लीटर है।