- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गिरी मांग से देश का रत्न और आभूषण निर्यात गिर गया है
- पिछले साल जून में देश का रत्न-आभूषण निर्यात जून में 18,951 करोड़ रुपए का था
- हाथ की कारीगरी के चलते यह बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार देने वाला सेक्टर है
नई दिल्ली : कोविड-19 संकट के चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गिरी मांग से देश का रत्न और आभूषण निर्यात जून में 34.72% गिरकर 1.64 अरब डॉलर (करीब 12,333 करोड़ रुपए) रह गया। रत्न और आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने यह जानकारी दी। पिछले साल जून में देश का रत्न-आभूषण निर्यात जून में 2.52 अरब डॉलर यानी 18,951 करोड़ रुपए का था। देश के कुल निर्यात में इस क्षेत्र की हिस्सेदारी 15% है। हाथ की कारीगरी के चलते यह बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार देने वाला सेक्टर है।
जीजेईपीसी के चेयरमैन कोलिन शाह ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण फैलने के बाद से कई देशों ने विभिन्न तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। इससे अंतराष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक नरमी आने के चलते रत्न-आभूषण की मांग और निर्यात में लगातार कमी आ रही है। हालांकि चीन, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में फिर से मांग सुधर रही है।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में निर्यात 54.79% घटकर 2.75 अरब डॉलर रह गया। इससे पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की अप्रैल-जून तिमाही में यह आंकड़ा 6.07 अरब डॉलर था। इस दौरान सोने के आभूषणों का निर्यात 79% टूटकर 32.12 करोड़ डॉलर रहा। जबकि रंगीन रत्नों के निर्यात में 80.56% की गिरावट रही।
हालांकि चांदी के आभूषणों का निर्यात समीक्षावधि में बढ़कर 32.46 करोड़ डॉलर का रहा जो पिछले साल इसी अवधि में 16.8 करोड़ डॉलर था। आलोच्य तिमाही में देश का रत्न और आभूषण का आयात 74.81 प्रतिशत गिरकर 91.51 करोड़ डॉलर रह गया। जबकि बिना पॉलिश हीरे का आयात 82.7% घटकर 48.16 करोड़ डॉलर रहा।