नई दिल्ली : केंद्रीय इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को उद्योग के अंशधारकों से निवेश बढ़ाने के लिए योजना बनाने को कहा। उन्होंने कहा कि इससे देश में इस्पात की खपत बढ़ेगी और रोजगार के नए अवसरों का सृजन होगा। वह इस्पात मंत्रालय तथा भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा ‘आत्मनिर्भर भारत: आवास और निर्माण तथा विमानन क्षेत्र में इस्पात के इस्तेमाल को प्रोत्साहन’ पर एक वेबिनार को संबोधित कर रहे थे।
कोविड-19 का उल्लेख करते हुए प्रधान ने कहा कि मेरा मानना है कि हम स्थिति को नियंत्रित करने में सफल रहे हैं और उद्योग ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई है। आगामी दिनों में रोजगार उपलब्ध कराना एक बड़ी चुनौती होगा।
मंत्री ने सुझाव दिया कि उद्योग योजना तैयार करे, जिससे राज्य और निजी उद्योग अपना खर्च बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि इससे रोजगार सृजन में काफी मदद मिलेगी। प्रधान ने कहा कि परियोजनाओं में ज्यादा खर्च से इस्पात का इस्तेमाल भी बढ़ेगा।
उन्होंने बताया कि सरकार ने पहले ही विभिन्न क्षेत्रों मसलन रेल, सड़क, विमानन, गैस पाइपलाइन और आवास में कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की घोषणा की है। इससे इस्पात का उपभोग बढ़ेगा।
प्रवासी मजूदरों का जिक्र करते हुए प्रधान ने कहा कि उद्योग को उन्हें सस्ता घर और बेहतर वेतन देने के लिए कदम उठाने चाहिए। उन्होंने इस्पात उद्योग के दिग्गज लोगों से सरकार के साथ भागीदारी करने को कहा ताकि प्रवासी श्रमिकों को कम कीमत में घर उपलब्ध कराया जा सके।