- लॉकडाउन की वजह से देश भर में सभी आर्थिक गतिविधियां ठप है
- करोड़ों लोगों के लिए रोजगार का संकट पैदा हो गया है
- इस मुश्किल घड़ी में आर्थिक तौर पर आपको संभल कर चलना होगा
कोरोना वायरस पूरी दुनिया को अपनी गिरफ्त में ले चुका है। इस चपेट में हमारा देश भी आ चुका है। सरकार इससे निपटने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। 25 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन किया गया है ताकि संक्रमण न फैले। मामले को बढ़ते देख इस लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया गया। लेकिन लॉकडाउन की वजह से देश भर में सभी आर्थिक गतिविधियां ठप हो गई हैं। इससे अर्थव्यवस्था बुरा असर है। रिपोर्ट के मुताबिक करोड़ों लोगों के लिए रोजगार का संकट पैदा हो गया है। इस मुश्किल घड़ी में आर्थिक तौर पर आपको संभल कर चलना होगा। अपने रुपए को कहां खर्च करें। कहां खर्च न करें। इसकी प्लानिंग करनी होगी। साथ ही अपने बच्चों को भी पैसे के महत्व के बारे में बताना चाहिए कि मुश्किल घड़ी में हमें कैसे पैसे की बचत करनी चाहिए ताकि आने वाले वक्त में अपने बजट को मैनेज कर सके। हम आपको कुछ तरीके बता रहे हैं। जिसके जरिए कोविड-19 महामारी के बीच आप आर्थिक तंगी से बच सकते हैं।
बचत: लॉकडाउन के दौरान हमें बचत का महत्व पता चला है और इसलिए, सबसे पहला और महत्वपूर्ण काम है कि बचत करने की आदत डालें। अपने परिवार के सदस्यों और बच्चों भी इसका महत्व समझाऐं। सभी से कहें कि हम हर दिन कुछ न कुछ पैसे बचत करे। अधिकतम बचत करने वाले परिवार के सदस्यों को शाबाशी दें ताकि घर के सभी लोगों में बचत करने की भावना जागे। उन्हीं चीजों पर खर्च करें जो आपके जीवन के लिए बहुत आवश्यक हो। आप पोस्ट ऑफिस और बैंकों में छोटी बचत योजनाओं भी निवेश कर सकते हैं। इससे आपका भविष्य सेफ होगा। साथ ही आपके जमा पर बेहतर रिर्टन भी मिलेगा।
खर्च : बचत करने के लिए आपको अपने खर्चों पर लगाम लगाना होगा। ना चाहते हुए भी उन चीजों को खरीदने से बचना होगा जिसे आपको खरीदने की बेहद इच्छा हो रही है। आपको उन्हीं चीजों पर पैसा खर्च करना है जिसके बिना आपका जीवन नहीं चल सकता है। आपको पता होना चाहिए कि कौन सी चीजें महत्वपूर्ण हैं और क्या नहीं हैं। आप अपने बच्चों और परिवार के सदस्यों को भी सिखा सकते हैं कि वे किस चीज के बिना के रह सकते हैं। किसके बिना नहीं। इस तरह आप अच्छे खर्च और बुरे खर्च की आदतों के बारे में जान पाएंगे।
निवेश: हर साल आपको इनकम टैक्स फाइल करनी होती है। अगर आपकी आय टैक्स छूट की सीमा से अधिक है तो आपको इनकम टैक्स चुकाना होगा। लेकिन सरकार ने कुछ नियम बनाए हैं जिसमें आप निवेश करते हैं को आपको उस राशि पर इनकम टैक्स छूट मिलती है। पीपीएफ, जीवन बीमा, छोटी बचत योजनाओं इत्यादि में पैसे जमा करने पर इनकम टैक्स में छूट मिलती है। साथ ही भविष्य के लिए बचत होती है और उस पर ब्याज भी मिलता है। बचत योजनाओं के बारे में अपने बच्चों और परिवार के सदस्यों को भी बताएं। किसी स्कीम में मैच्योरिटी तक निवेश करने से बेहतर रिटर्न मिलता है। यह पैसा आपको मुश्किल घड़ी और बढ़ापे में काफी मदद करेगा। इसलिए बैंकों और पोस्ट ऑफिसों में खाते खुलवाकर उसमें निवेश करें।
(डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)