- 500 से अधिक रिसर्चर्स के एक वैश्विक संघ ने रिपोर्ट तैयार की है।
- सरकार देश में बिजनेस करना और आसान बना रही है।
- नए कारोबार को शुरू करने की आसानी के मामले में भारत टॉप-5 देशों में शामिल हो गया है।
Ease of Doing Business: मोदी सरकार (Modi Government) ने बीते किछ सालों में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (Ease of Starting New Business) पर काफी ध्यान दिया है। केंद्र सरकार देश में बिजनेस करना और आसान बनाने पर लगातार काम रही है। सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों का असर अब दिख रहा है। भारत अब नया कारोबार आसानी से शुरू करने के मामले में दुनिया के शीर्ष पांच देशों में शुमार है। 500 रिसर्चर्स के एक गठजोड़ ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
कम आय वाली अर्थव्यवस्थाओं में भारत भिन्न उद्यमिता रूपरेखा शर्तों को लेकर शीर्ष स्थान पर आ गया है। दुबई एक्सपो में पेश की गई वैश्विक उद्यमिता निगरानी (Global Entrepreneurship Monitor) 2021/2022 रिपोर्ट ने 47 उच्च, मध्यम और निम्न-आय वाली अर्थव्यवस्थाओं से संबंधित 2,000 प्रतिभागियों की राय के आधार पर ये आंकड़े जुटाए हैं।
रिपोर्ट की खास बातें:
- भारतीय प्रतिभागियों ने अपनी उद्यमशीलता गतिविधि, उद्यम के प्रति दृष्टिकोण और स्थानीय उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र से संबंधित सवालों के जवाब दिए। करीब 82 फीसदी प्रतिभागियों ने कहा कि भारत में कारोबार शुरू करना आसान है। इस मामले में वैश्विक स्तर पर भारत चौथे स्थान पर रहा है।
- करीब 83 फीसदी प्रतिभागियों का मानना है कि उनके क्षेत्र में कारोबार शुरू करने के अच्छे अवसर हैं। यह आंकड़ा वैश्विक स्तर पर दूसरे स्थान पर है।
- इसके अलावा भारत के 86 फीसदी प्रतिभागियों ने कहा कि उनके पास कारोबार शुरू करने के लिए कौशल और ज्ञान है। यह आंकड़ा वैश्विक स्तर पर चौथे स्थान पर है।
- इसके अलावा 54 फीसदी लोगों ने कहा कि वे विफल होने के डर से अगले तीन वर्षों में नया कारोबार शुरू करने की योजना नहीं बना रहे हैं। इससे भारत 47 गंतव्यों की सूची में दूसरे स्थान पर रहा।
Sreevas Sahasranamam, सीनियर लेक्चरर इन एंटरप्रेन्योरशिप एंड इनोवेशन, हंटर सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप, यूनिवर्सिटी ऑफ Strathclyde, ग्लासगो, और GEM रिपोर्ट के आठ लेखकों में से एक, ने कहा कि, 'फैक्ट यह है कि भारत में 80 फीसदी से अधिक प्रतिभागियों ने सहमति व्यक्त की कि देश में व्यवसाय शुरू करना आसान है। भारत को विश्व स्तर पर शीर्ष पांच अर्थव्यवस्थाओं में रखना, उद्यमशीलता इकोसिस्टम तंत्र को दर्शाता है, जो 'स्टार्टअप इंडिया' और 'मेक इन इंडिया' जैसी सरकारी पहलों के कारण बेहतर हुआ है।'
(इनपुट एजेंसी- भाषा)