- वर्ष 2022-23 के लिए बजट पेश होने में दो महीने से भी कम समय बचा है।
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण फरवरी में अपना चौथा बजट पेश करेंगी।
- वित्त मंत्री के साथ पहली बजट पूर्व बैठक कृषि क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों के साथ होगी।
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) आज से हितधारकों के साथ बजट पूर्व परामर्श शुरू करेंगी। पहली बैठक कृषि और कृषि-प्रोसेसिंग उद्योग के विशेषज्ञों के साथ होगी। इस दौरान वित्त मंत्री कई हितधारकों से, जैसे उद्योग निकायों, किसान संगठनों और अर्थशास्त्रियों से कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus) से प्रभावित खपत और विकास को बढ़ावा देने के लिए उनकी राय मांगेंगी।
आरबीआई का अनुमान
मालूम हो कि चालू वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान विकास दर दहाई अंक में रह सकती है। आरबीआई ने अपनी नवीनतम द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा (MPC) में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर 9.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। सरकार ने जीडीपी के 6.8 फीसदी के राजकोषीय घाटे का अनुमान लगाया है।
वर्चुअली आयोजित की जाएंगी बैठकें
वित्त मंत्रालय ने ट्वीट कर जानकारी दी कि, 'वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आगामी आम बजट 2022-23 के संबंध में 15 दिसंबर 2021 से नई दिल्ली में विभिन्न हितधारक समूहों के साथ बजट पूर्व परामर्श शुरू करेंगी। बैठकें वर्चुअली आयोजित की जाएंगी।'
मालूम हो कि बजट 2022-23 एक फरवरी को पेश किया जा सकता है। अगले वर्ष के बजट मांग बढ़ाने, रोजगार बढ़ाने और अर्थव्यवस्था को 8 फीसदी से अधिक की वृद्धि दर की राह पर लाने जैसे अहम मुद्दों पर केंद्रित रहने की उम्मीद है। 2022-23 का बजट ओमिक्रोन (Omicron) वैरिएंट के बढ़ते मामलों की पृष्ठभूमि में आएगा। हालांकि, टीकाकरण के कारण अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव कम गंभीर होने की संभावना है।
वित्त मंत्रालय की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत 2020-21 के Covid-19 से प्रभावित आर्थिक संकुचन से मजबूती से उबरने वाली दुनिया की कुछ अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा। वित्त मंत्रालय द्वारा तैयार मासिक आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी तिमाही में वास्तविक जीडीपी में 8.4 फीसदी की वृद्धि हुई है।