मुंबई: इंवेस्टमेंट बैंकर और ड्यूश बैंक (Deutsche Bank) के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अंशु जैन (Anshu Jain) का 13 अगस्त को निधन हो गया। वह 59 वर्ष के थे। टाइगर वॉच, वन्यजीव संरक्षण ग्रुप जो जैन के साथ मिलकर काम किया था उसने कहा कि आज सुबह श्री अंशु जैन के निधन की खबर हमें बड़ा दुख दे गया। श्री जैन पूरे भारत में वॉच टाइगर और कई अन्य वन्यजीव संरक्षण के बड़े समर्थक थे। हमने एक प्रिय मित्र और भारत के वन्य जीवन के लिए एक उत्साही चैंपियन खो दिया है। उनके परिवार ने एक रिलीज में कहा कि ग्रहणी (duodenal) कैंसर से पांच साल की भयंकर लड़ाई के बाद अंशु जैन रात में हार गया और इस दुनिया से चल बसा। वे जनवरी 2017 में उनका निदान किया गया था, और संपूर्ण व्यक्तिगत शोध, सामरिक कौशल, अद्भुत देखभाल करने वालों और इच्छाशक्ति के संयोजन के माध्यम से, चार साल तक अपने प्रारंभिक डायग्नोसिस को पार करने में कामयाब रहे।
अंशु जैन का जन्म जयपुर में हुआ था, और उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में अर्थशास्त्र की पढ़ाई की और बीए की डिग्री हासिल की। इसके बाद वे 19 वर्ष की आयु में अमेरिका चले गए और 1985 में मैसाचुसेट्स एमहर्स्ट यूनिवर्सिटी में इसेनबर्ग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से फाइनेंस में एमबीए की डिग्री हासिल की और वहां थॉमस श्नेविस के साथ अध्ययन किया, जो कि फ्यूचर्स, ऑप्शंस और डेरिवेटिव जैसे वैकल्पिक निवेश के विशेषज्ञ थे।
जैन ने वॉल स्ट्रीट पर किड्डर पीबॉडी एंड कंपनी में एक डेरिवेटिव शोधकर्ता के रूप में अपना करियर शुरू किया। उन्होंने 1985 से 1988 तक वहां काम किया। 1988 में वे मेरिल लिंच ज्वाइन किया और फिर बाद में उनके मेंटर एडसन मिशेल, जो ड्यूश बैंक चले गए वह उन्हें वहां 1995 में काम पर रखा।
जब दिसंबर 2000 में मिशेल का निधन हो गया तब जैन 2001 की शुरुआत में ग्लोबल मार्केट्स के प्रमुख बनने में सफल हुए। सितंबर 2004 में उन्हें माइकल कोहर्स के साथ कॉर्पोरेट और निवेश बैंक का सह-प्रमुख नियुक्त किया गया। जुलाई 2011 में जैन को ड्यूश बैंक का सह-सीईओ नियुक्त किया गया था।