- पीएम कुसुम योजना में किसानों को कुल लागत का 60% तक सब्सिडी देती है
- किसानों को केवल बाकी का 40% ही विभाग को जमा करवाना होता है
- MNRE की वेबसाइट www.mnre.gov.in पर सारी जानकारी उपलब्ध है
Pradhan Mantri KUSUM Yojana : किसानों की इनकम बढ़ाने के लिए सरकार ने कई तरह की योजनाओं की शुरूआत की है। उनमें से एक है प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम कुसुम) योजना। इस योजना के तहत डीजल सिंचाई पंप की जगह सोलर सिस्टम से चलने वाले सिंचाई पंप किफायती दरों पर दी जाती है। इससे किसान अपने खेतों सिचांई के साथ-साथ बिजली उत्पादन कर 6000 रुपए महीना तक कमाई कर सकते हैं। इस पंप के लिए इच्छुक किसानों को सरकार कुल लागत का 60% तक सब्सिडी देती है। इस योजना को राज्य सरकार के विभागों द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है जिसमें किसानों को केवल बाकी का 40% ही विभाग को जमा करवाना होता है। इन विभागों का विवरण नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE)की वेबसाइट www.mnre.gov.in पर उपलब्ध है। लेकिन इसको लेकर धांधली की शिकायतें मिल रही है। इसलिए सरकार ने अगाह कराया और जालसाजी करने वालों को चेतावनी दी।
फर्जी रजिस्ट्रेशन पोर्टल से सावधान रहें
योजना के शुभारंभ के बाद, यह देखा गया कि कुछ वेबसाइटों ने पीएम-कुसुम योजना के लिए पंजीकरण पोर्टल होने का दावा किया है। ऐसी वेबसाइटें आम जनता को धोखा दे रही हैं और फर्जी रजिस्ट्रेशन पोर्टल के माध्यम से उनसे रुपए तथा जानकारी एकत्रित कर रही है। आम जनता को किसी भी नुकसान से बचने के लिए, MNRE ने पहले 18 मार्च 2019 को, उसके बाद 03 जून 2020 को और पुनः 10 जुलाई 2020 को लाभार्थियों और आम जनता को ऐसी किसी भी वेबसाइटों पर रजिस्ट्रेशन शुल्क नहीं जमा करने और अपनी जानकारी साझा करने से सतर्क रहने की सलाह दी थी।
फर्जी वेबसाइटों के खिलाफ कार्रवाई
ऐसी वेबसाइटों की जानकारी मिलने पर MNRE द्वारा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाती है। हाल ही में देखा गया है कि कुछ नई वेबसाइटों (www.pmkusumyojana.co.in and www.punjabsolarpumps.com) ने अवैध रूप से पीएम-कुसुम योजना के लिए रजिस्ट्रेशन पोर्टल का दावा किया है। अतः फिर से सभी संभावित लाभार्थियों और आम जनता को सलाह दी जाती है कि इन वेबसाइटों पर रुपया या जानकारी जमा करने से बचें। इसके अलावा, समाचार पत्रों को भी डिजिटल या प्रिंट प्लेटफॉर्म पर प्रकाशित करने से पहले सरकारी योजनाओं के लिए रजिस्ट्रेशन पोर्टल होने का दावा करने वाली वेबसाइटों की प्रामाणिकता की जांच करने की सलाह दी जाती है।
MNRE की सलाह
MNRE अपनी किसी भी वेबसाइट के माध्यम से योजना के तहत लाभार्थियों को रजिस्टर्ड नहीं करता है और इसलिए योजना के लिए MNRE की रजिस्ट्रेशन वेबसाइट होने का दावा करने वाली कोई भी वेबसाइट भ्रामक और धोखाधड़ी है। किसी भी संदिग्ध धोखाधड़ी वाली वेबसाइट, यदि किसी के द्वारा देखी गई हो, तो उसे MNRE को तुरंत सूचित करने का कष्ट करें।
www.mnre.gov.in से लें जानकारी
योजना में भागीदारी के लिए पात्रता और कार्यान्वयन प्रक्रिया से संबंधित जानकारी MNRE की वेबसाइट www.mnre.gov.in पर उपलब्ध है। इच्छुक लोग MNRE की वेबसाइट पर जा सकते हैं या टोल फ्री हेल्प लाइन नंबर 1800-180-3333 पर कॉल कर सकते हैं।