- अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड का 2030 तक 45 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य है।
- अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड 2023 तक अक्षय बिजली खरीद की हिस्सेदारी को 30 फीसदी करना चाहती है।
- अडानी समूह पहले से ही दुनिया का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा विकासकर्ता है।
Gautam Adani Plans: गौतम अडानी (Gautam Adani) ने कहा कि उनका लॉजिस्टिक्स-टू-एनर्जी समूह (logistics-to-energy conglomerate) अगले दशक में दुनिया की सबसे बड़ी अक्षय ऊर्जा कंपनी (Renewable Energy Company) बनने और सबसे सस्ता हाइड्रोजन (Hydrogen) का उत्पादन करने के लिए 70 बिलियन डॉलर का निवेश करेगा।
ये है Adani Green Energy की योजना
दुनिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा डेवलपर, अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) साल 2030 तक 45 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य रख रही है। कंपनी 2022-23 तक 2 गीगावाट प्रति वर्ष सौर विनिर्माण क्षमता विकसित करने के लिए 20 अरब डॉलर का निवेश करेगी।
जानिए क्या है Adani Transmission Ltd का प्लान
भारत में निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी बिजली ट्रांसमिशन और खुदरा वितरण कंपनी, अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड (ATL), वित्त वर्ष 2023 तक अक्षय बिजली खरीद की हिस्सेदारी को मौजूदा 3 फीसदी से बढ़ाकर 30 फीसदी करना चाहती है। कंपनी की योजना वित्त वर्ष 2030 तक इसे 70 फीसदी तक करने की है।
अडानी समूह के संस्थापक ने दिया बयान
ब्लूमबर्ग इंडिया इकोनॉमिक फोरम में अडानी समूह के संस्थापक गौतम अडानी (Gautam Adani) ने कहा कि, 'समूह नवीकरणीय को जीवाश्म ईंधन के लिए एक व्यवहार्य, किफायती विकल्प बनाने के लिए काम कर रहा है। साल 2030 तक हम दुनिया की सबसे बड़ी अक्षय ऊर्जा कंपनी बनने की उम्मीद करते हैं। इसके लिए हमने अगले दशक में 70 बिलियन डॉलर के निवेश का वादा किया है। वर्तमान में ऐसी कोई दूसरी कंपनी नहीं है जिसने अभी तक इसके विकास पर इतना बड़ा दांव लगाया हो।'
आगे अरबपति गौतम अडानी ने कहा कि अडानी समूह पहले से ही दुनिया का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा विकासकर्ता है। इसलिए हम मानते हैं कि हमारी अक्षय क्षमता का संयोजन और हमारे निवेश का आकार हमें सस्ती हरित बिजली (Green Electricity) और हरित हाइड्रोजन (Green Hydrogen) का उत्पादन करने के प्रयास में सभी वैश्विक कंपनियों में अग्रणी बनाता है।
ये हैं अन्य महत्वाकांक्षी लक्ष्य
मालूम हो कि भारत ने 2030 के लिए कई अन्य महत्वाकांक्षी जलवायु लक्ष्यों की घोषणा की है जैसे- देश के ऊर्जा मिश्रण में नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी को 50 फीसदी तक बढ़ाना, गैर-जीवाश्म ऊर्जा (Non-Fossil Energy) की स्थापित क्षमता को 450 से बढ़ाकर 500 GW करना और 33 से 35 फीसदी के पिछले लक्ष्य के विपरीत, अर्थव्यवस्था की कार्बन तीव्रता को 45 फीसदी तक कम करना।