हम सभी क्रेडिट कार्ड के जरिए पैसा खर्च करते हैं। फिर चाहे यह शॉपिंग हो या हमारे बिल का भुगतान करना हो, क्रेडिट कार्ड हमारे सबसे अच्छे मित्र साबित होते हैं जब बात हमारे दैनिक इस्तेमाल के लिए पैसे की उपलब्धता की होती है। अपनी जेब में हार्ड कैश रखने की बजाए, क्रेडिट कार्ड्स से आपको अपने साथ पैसे न ले जाने की सुविधा मिलती है, और फिर भी आप अपनी जरूरत की वस्तुएं खरीद सकते हैं। लेकिन, यह जानना जरूरी है कि हम क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कैसे करें क्योंकि यह आपके जेब में रखी आइडल मनी नहीं है।
आपको यह जरूर जान लेना चाहिए कि अपने क्रेडिट कार्ड का रेस्पोंसिबिलिटी से कैसे इस्तेमाल करें। क्रेडिट कार्ड के समझदारी से इस्तेमाल करने से आपको अपने क्रेडिट स्कोर को मजबूत करने में मदद मिलती है। असावधानी से अपने क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल से आपके फाइनेंस प्रभावित होते हैं और आपकी भावी उधार लेने की क्षमता में रूकावट पैदा होती है।
असावधानी से क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल करने के कारण कर्ज के जाल में फंसने से बचने के लिए, यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि आप फाइनेंशियल अनुशासन को बनाए रखते हैं और कुछ खराब आदतों से दूर रहते हैं। असावधानी से खर्च करने की आदतों से आपकी क्रेडिट हेल्थ के लिए समस्या पैदा हो सकती है। इस लेख में, हम उन पांच क्रेडिट कार्ड आदतों के बारे में चर्चा करेंगे जिनसे आपको अपने क्रेडिट कार्ड के सबसे अच्छे इस्तेमाल के लिए दूर रहना चाहिए।
अपनी क्रेडिट कार्ड की पूरी लिमिट का इस्तेमाल करना
आपकी पात्रता और रिपेमेंट क्षमता के आधार पर, वित्तीय संस्थान आपको क्रेडिट कार्ड प्रदान करते हैं, जिसके साथ खर्च करने की एक खास सीमा तय की जाती है। उदाहरण के लिए, यदि आपके पास 1 लाख रुपए की क्रेडिट लिमिट वाला क्रेडिट कार्ड है, तो आप इस लिमिट के बाद तब तक पैसा खर्च नहीं कर सकेंगे जब तक कि कार्ड जारी करने वाले संस्थान द्वारा आपको ऐसा करने की अनुमति नहीं दी जाती है।
निम्न क्रेडिट उपयोग रेशो या अपनी अधिकतम क्रेडिट कार्ड लिमिट से कम खर्च करने से आपके क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने में बहुत मदद मिलती है। यदि आप अक्सर अपने क्रेडिट कार्ड की पूरी लिमिट का इस्तेमाल करते हैं, तो इसकी वजह से उच्च क्रेडिट यूटिलाईजेशन रेशो बन जाता है। यदि आप ऐसा बार-बार करते हैं, तो क्रेडिट कार्ड ब्यूरो आपको क्रेडिट-हंगरी ग्राहक के रूप में देखते हैं, जिससे आपके क्रेडिट स्कोर पर नेगेटिव प्रभाव पड़ सकता है।
इसलिए, जब तक कि वित्तीय इमरजेंसी न हो, अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट का इस्तेमाल न करें। आपको 30% या उससे कम का क्रेडिट यूटिलाईजेशन रेशो बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए। यदि आपके पास एक से अधिक क्रेडिट कार्ड हैं, तो आपको अपने खर्च को इन सभी कार्ड्स पर स्प्रेड कर देना चाहिए ताकि प्रति कार्ड क्रेडिट यूटिलाईजेशन को कम रख सकें।
अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके कैश निकालने से बचें
क्रेडिट कार्ड के साथ अनेक फीचर्स जुड़े रहते हैं। क्रेडिट कार्ड की कैश एडवांस सुविधा से आप एटीएम से कैश निकाल सकते हैं। मूल रूप से यह क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता की तरफ से शॉर्ट-टर्म लोन ऑफर होती है। आपके डेबिट कार्ड की तरह आपके क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करना आसान तो नजर आ सकता है लेकिन यह एक मंहगा सौदा है क्योंकि क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके कैश निकालने पर प्रति माह 2.5% से 3.5% या कुछ मामलों में इससे भी अधिक का ब्याज वसूला जाता है।
यह ब्याज उसी क्षण पर लगा दिया जाता है जब आप अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके कैश निकालते हैं। इसके अलावा, यह बात याद रखी जानी चाहिए कि, हर बार जब आप क्रेडिट कार्ड से पैसे निकालते हैं, तो आपको कैश एडवांस फीस देनी पड़ सकती है।
इस बात की सलाह दी जाती है कि जब आप गंभीर वित्तीय इमरजेंसी में हों, केवल तभी आपको कैश एडवांस सुविधा का इस्तेमाल करना चाहिए। लेकिन, कैश एडवांस सुविधा का इस्तेमाल करने से पहले, आपको विकल्पों, जैसे पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड के अगेन्स्ट लोन, या अन्य सिक्योर्ड लोन जिसके लिए कम ब्याज दरें या पेनल्टीज ली जाती है, का पता जरूर लगाना चाहिए।
अपने क्रेडिट कार्ड की स्टेटमेंट को पढ़ना न भूलें
अपने क्रेडिट कार्ड की स्टेटमेंट को नियमित रूप से पढ़ना एक अच्छी आदत है। आपके क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में आपके द्वारा किए गए प्रत्येक लेनदेन का ब्यौरा शामिल होता है और यदि कोई ब्याज और चार्ज लगाया गया है, तो उसका भी ब्यौरा दिया जाता है। इसमें आपकी क्रेडिट लिमिट, उपयोग की गई क्रेडिट लिमिट, चार्ज की गई फीस, बिलिंग आदि की तय तारीख आदि की भी जानकारी होती है। अपनी स्टेटमेंट को पढ़ने से आप बिलिंग की गलतियों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और उन लेनदेनों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं जो आपने नहीं की हैं। इसलिए, यदि आपने अभी तक अपने स्टेटमेंट पर अभी तक ध्यान नहीं दिया है, तो यह उपयुक्त समय है कि आप इस खराब आदत को छोड़ दें और बाद में किसी वित्तीय समस्या से बचने के लिए इनको पढ़ना शुरू कर दें।
देय तारीख को बकाया क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान न करना
आपके क्रेडिट कार्ड का बिलिंग साइकल होता है और इस पर ध्यान देना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। अधिकांश क्रेडिट कार्ड के साथ 50 दिनों तक की ब्याज-रहित क्रेडिट अवधि का लाभ प्रदान किया जाता है। इस अवधि के दौरान आपको अपने कार्ड के लेनदेनों पर ब्याज नहीं देना होता है। ब्याज-रहित अवधि की समाप्ति के बाद आपको या तो पूरी बकाया रकम या न्यूनतम देय रकम का भुगतान करना होता है। न्यूनतम राशि देय (एमएडी) आमतौर पर आपके बकाया शेष का 5% होती है।
कुछ कार्डधारक केवल न्यूनतम देय राशि का भुगतान करने की प्रवृति रखते हैं, जो कि अच्छी सोच या आदत नहीं हो सकती है। इससे आपका क्रेडिट कार्ड एक्टिव तो बना रह सकता है लेकिन इससे आप बढ़ते कर्ज से बच नहीं पाएंगे। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ब्याज राशि को आगे ले जाया जाता है यदि आप केवल न्यूनतम राशि भुगतान करते हैं और बकाया रकम पर ब्याज लगाया जाता है।
कार्ड जारीकर्ता या वित्तीय संस्थान ब्याज दर चार्ज करते हैं जो कि कभी-कभी बकाया राशि की वार्षिक 40-50% तक हो सकती है। बकाया बिल जितनी राशि से आपकी क्रेडिट कार्ड लिमिट कम कर दी जाती है और आपको ब्याज-रहित क्रेडिट अवधि की सुविधा भी गंवानी पड़ती है। आपको तय तिथि से पहले अपनी बकाया क्रेडिट कार्ड बिल राशि का भुगतान कर देना चाहिए। यदि आप कैश की कमी का सामना कर रहे हैं और समय पर आपके लिए अपने क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करना मुश्किल हो रहा है, तो आप क्रेडिट कार्ड कंपनी को अपनी बकाया रकम को ईएमआई में कन्वर्ट करने के लिए कह सकते हैं।
अपने क्रेडिट स्कोर को ट्रैक नहीं करना
यदि आपके सिर पर कोई कर्जा है, फिर चाहे यह क्रेडिट कार्ड या लोन के ज़रिए हो, तय कर लें कि आप हर महीने अपने क्रेडिट स्कोर की जांच करते हैं। इससे आपको अपनी वित्तीय प्रगति को ट्रैक पर रखने में मदद मिलती है। यदि आपने देरी से भुगतान किए हैं या किसी ईएमआई में चूक की है,तो आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है। क्रेडिट कार्ड के आपके इस्तेमाल से सीधे तौर पर आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित होता है, इसलिए मासिक जांच करने से आपको प्रभाव को ट्रैक करने और सुधार संबंधी कार्य करने, जैसे अपने क्रेडिट यूटिलाईजेशन को कम कर सकते हैं।
आखिर में, बाजार में अनेक प्रकार के क्रेडिट कार्ड उपलब्ध हैं। प्रत्येक कार्ड के अपने खास फीचर्स होते हैं। यदि आपको अपने कार्ड के पूरे फीचर्स की जानकारी नहीं है, तो आप शायद उनका पूरा लाभ न उठा पाएं। अपने लाभ को ऑप्टिमाइज करने के लिए, अपने कार्ड के फीचर्स की जानकारी प्राप्त करना अच्छी बात होती है।
(इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)