नई दिल्ली: देश भर में बढ़ते COVID-19 मामलों के बीच, रेलवे ने नए COVID-19 दिशानिर्देश जारी किए हैं। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सुनीत शर्मा ने कहा कि ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए, COVID-19 निगेटिव सर्टिफिकेट की कोई जरूरत नहीं है। यात्रियों को लेटेस्ट COVID-19 दिशानिर्देशों और प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा गया है जो केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा जारी किए गए हैं।
COVID-19 महामारी और संबंधित स्वच्छता मुद्दों के मद्देनजर, रेलवे ने भी पके हुए भोजन की सर्विस बंद कर दी थी और ट्रेनों में रेडी टू ईट (RTE) भोजन की जगह ले ली थी। COVID-19 संबंधित सुरक्षात्मक सामान जैसे मास्क, सैनिटाइटर, दस्ताने आदि और टेकअवे बेडरोल किट/आइटम, स्टेशनों पर मल्टी-पर्पस स्टॉल के जरिये बिक्री के लिए उपलब्ध कराए गए हैं।
शर्मा ने हाल ही में कहा था कि ट्रेन सेवाओं को रोकने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने यात्रियों को यह भी आश्वासन दिया कि ट्रेनों की कोई कमी नहीं है और रेलवे शॉर्ट नोटिस पर सेवा में लाने के लिए तैयार है।
पीटीआई ने शर्मा के हवाले से बताया कि ट्रेन सेवाओं को रोकने के लिए कोई योजना नहीं है। हम आवश्यकतानुसार कई सेवाएं चलाएंगे। अलार्म का कोई कारण नहीं है। किसी भी तरह की भीड़ होने पर हम तुरंत ट्रेनों को चला सकते हैं। गर्मी के मौसम में यह भीड़ सामान्य होती है। हमने पहले ही ट्रेनों की घोषणा कर दी है।
रेलवे वर्तमान में प्रति दिन औसतन कुल 1402 स्पेशल ट्रेन सेवा चला रहा है। कुल 5381 उपनगरीय ट्रेन सेवाएं और 830 पैसेंजर ट्रेन सेवाएं भी चालू हैं। इसके अलावा, रेलवे ने कहा कि 28 स्पेशल ट्रेनें हैं जिन्हें उच्च संरक्षा वाली अत्यधिक संरचित ट्रेनों के क्लोन के रूप में संचालित किया जा रहा है।
भीड़ को कम करने के लिए मध्य रेलवे में अप्रैल-मई 2021 के दौरान 58 ट्रेनों (29 जोड़ी) और वेस्टर्न रेलवे 60 ट्रेनों (30 जोड़े) अतिरिक्त ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं। ये ट्रेनें गोरखपुर, पटना, दरभंगा, वाराणसी, गुवाहाटी, बरौनी, प्रयागराज, बोकारो, रांची और लखनऊ आदि जैसे स्थानों के लिए हैं।