Gold/Silver price today, 22 December 2020 : सोना और चांदी की कीमतों में फिर गिरावट हुई। देश की राजधानी दिल्ली में मंगलवार को सोना 243 रुपए गिरकर 49,653 रुपए प्रति 10 ग्राम रह गया। इससे पहले सोमवार को सोने का भाव 49,896 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। वहीं चांदी भी मंगलवार को 216 रुपए गिरकर 67,177 रुपए प्रति किलोग्राम रह गया। इससे पिछले दिन यह 67,393 रुपए प्रति किलो पर बंद हुई थी। उधर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1,868 डॉलर और चांदी 25.70 डॉलर प्रति ट्राय औंस पर बोले गए।
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट (ibjarates.com) के मुताबिक सोने की कीमत में 169 रुपए की गिरावट हुई। इसके बाद सोने का भाव 50139 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया। जबकि चांदी की कीमत 78 रुपए गिरकर 67114 रुपए प्रति किलो हो गई। 24 कैरेट वाले 10 ग्राम सोने का भाव 50140 रुपए है जबकि 22 कैरेट वाले 10 ग्राम सोने का भाव 45930 रुपए है। नीचे जानिए शुद्धता के हिसाब से सोने का भाव।
धातु | शुद्धता | कीमत प्रति 10 ग्राम |
सोना | 999(24 कैरेट) | 50139 रुपए |
सोना | 995(23 कैरेट) | 49938 रुपए |
सोना | 916(22 कैरेट) | 45927 रुपए |
सोना | 750(18 कैरेट) | 37604 रुपए |
सोना | 585(14 कैरेट) | 29331 रुपए |
चांदी | 999 | 67114 रुपए किलो |
इंदौर में सोना के भाव में गिरावट, चांदी महंगी
इंदौर में स्थानीय सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोना के भाव में 400 रुपए प्रति 10 ग्राम की कमी हुई। चांदी 450 रुपए प्रति किलोग्राम महंगी बिकी। हाजिर व्यापार में सोना ऊंचे में 51400 रुपए, नीचे में 51310 रुपए प्रति 10 ग्राम और चांदी ऊंचे में 66000 रुपए, नीचे में 65500 रुपए प्रति किलोग्राम बिकी। मूल्यवान धातुओं के औसत भाव (बिना जीएसटी) इस प्रकार रहे। सोना 51375 रुपए प्रति 10 ग्राम। चांदी 65950 रुपए प्रति किलोग्राम। चांदी सिक्का 750 रुपए प्रति नग।
एचडीएफसी सिक्यूरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) तपन पटेल ने कहा कि डॉलर सूचकांक मजबूत होने से सोने के दाम में गिरावट रही। मोतिलाल ओसवाल फाइनेंसियल सविर्सिज के उपाध्यक्ष जिंस (शोध) नवनीत दमानी ने कहा कि सुबह के कारोबारी सत्र में ऊंचे में बोले जाने के बाद सोने में कुछ बिकवाली का दबाव देखा गया। अमेरिकी कांग्रेस ने लंबे समय से प्रतीक्षा किये जा रहे 900 अरब डॉलर के कोरोना वायरस सहायता पैकेज को मंजूरी दे दी। इससे सोने को समर्थन मिला लेकिन मजबूत होते डालर से मजबूती का रास्ता बाधित हुआ। इसके साथ ही मुनाफा वसूली की वजह से धारणा प्रभावित हुई।