- संभावना है कि सोना मनोवैज्ञानिक स्तर को तोड़ कर फिर एक नया रिकॉर्ड बनाएगा
- बीते दो सप्ताह के दौरान अंतररष्ट्रीय वायदा बाजार में सोना ने बड़ी छलांग लगाई है
- सोना का भाव 2000 डॉलर प्रति औंस का स्तर इस सप्ताह टूट सकता है।
Gold price to make history: एक तरफ देश और दुनिया में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं तो दूसरी और सोने की कीमत रोज नई ऊंचाइयों को छू रहा है। बीते दो सप्ताह में सोने के भाव गजब की चमक देखी गई। उसकी चमक और बढ़ने की संभावना है। भारत में सोना सोमवार को 54000 रुपए प्रति 10 ग्राम के मनोवैज्ञानिक स्तर को तोड़ कर फिर एक नया रिकॉर्ड बना सकता है। उधर कॉमेक्स पर इसकी कीमत 2000 डॉलर प्रति औंस से करीब 10 डॉलर दूर है। बीते दो सप्ताह के दौरान अंतररष्ट्रीय वायदा बाजार में सोना ने बड़ी छलांग लगाई है। घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर सोना का भाव 53,701रुपए प्रति 10 ग्राम है। एमसीएक्स पर चांदी का भाव 03 अगस्त को 65,500 रुपए प्रति किलो है। पिछले सप्ताह 67,560 रुपए प्रति किलो तक उछला था। एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना के गहराते कहर और अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वार की वजह से सोने की कीमत बढ़ती जा रही है।
कमोडिटी बाजार के एक्सपर्ट्स बताते हैं कि सोने की कीमत बढ़ने की पूरी संभावना है, इसलिए 2000 डॉलर प्रति औंस का स्तर इस सप्ताह टूट सकता है। हालांकि मुनाफावसूली बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है, जिससे सोने के दाम पर दबाव बढ़ेगा। एक्स्पर्ट बताते हैं कि अगर 2000 डॉलर प्रति औंस का मनोवैज्ञानिक स्तर नहीं टूटा तो निवेशक सावधानी बरतने के मूड में आ जाएंगे और ऐसे में वे प्रॉफिट बुक करेंगे।
सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार, न्यूयॉर्क में सोना 0.18% की तेजी के साथ 1,989.50 डॉलर प्रति औंस हो गया। कॉमेक्स पर सोने का भाव बीते शुक्रवार को वायदे में 1981.10 डॉलर प्रति औंस तक उछला था जबकि जोकि एक सप्ताह पहले की क्लोजिंग के मुकाबले 80 डॉलर ज्यादा था। इससे पूर्व सप्ताह में सोने का भाव कॉमेक्स पर 90 डॉलर प्रति औंस तक उछला था और बीते दो सप्ताह के निचले और उपरी स्तर को देखें तो सोने ने 186 डॉलर प्रति औंस की छलांग लगाई है। इस सप्ताह और छलांग लगाए जाने की उम्मीद है।
केंद्रीय बैंकों द्वारा कोरोना काल में ब्याज दरों में कटौती करने और अमेरिकी डॉलर में लगातार बनी कमजोरी का फायदा सोने को मिल रही है। वहीं, चांदी के औद्योगिक मांग को देखते हुए इसकी कीमतों में तेजी बनी हुई है। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण खनन में आई बाधा से चांदी की सप्लाई को लेकर भी चिंता बनी हुई है।
एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता कहते हैं कि अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते ट्रेड वार और कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से सोने और चांदी में तेजी आगे भी बनी रह सकती है। उन्होंने कहा कि इस बात की पूरी संभावना दिख रही है कि कॉमेक्स पर सोना 2000 डॉलर प्रति औंस के स्तर को तोडेगा जबकि भारत में 54000 रुपए प्रति 10 ग्राम का मनोवैज्ञानिक स्तर टूटेगा।
हालांकि इतने उंचे भाव पर मुनाफावसूली हावी हो सकती है। सर्राफा बाजार एक्पर्ट और जेम एंड ज्वेलरी ट्रेड काउंसिल ऑफ इंडिया के प्रेसीडेंट शांतिभाई पटेल ने बताया कि महंगी धातु की निवेश मांग लगातार बनी हुई है जिससे कीमतों को समर्थन मिल रहा है।