- पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान देश के विकास में एक नई गति देगा
- आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए Land, Labour, Liquidity, Laws पर बल दिया गया है
- आत्मनिर्भर भारत के लिए 20 लाख करोड़ रुपए के प्रोत्साहन पैकेज का ऐलान किया गया था
नई दिल्ली : वर्ष 2020 में अन्य देशों की तरह भारत भी कोरोना वायरस महामारी की चपेट में आ गया। इसे फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशव्यापी लॉकडाउन लागू किया लेकिन इससे देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई। फिर इसे पटरी पर लाने के लिए पीएम ने 20 लाख करोड़ रुपए के प्रोत्साहन पैकेज का ऐलान किया। इसके साथ भारत के 130 करोड़ लोगों को आत्मनिर्भर बनाने आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत की गई। पैकेज के ऐलान के दौरान पीएम ने कहा कि पीएम ने कहा कि आत्मनिर्भरता,आत्मबल और आत्मविश्वास से ही संभव है। उन्होंने कहा कि 2020 में देश की विकास यात्रा को आत्मनिर्भर भारत अभियान एक नई गति देगा। पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए Land, Labour, Liquidity, Laws पर बल दिया गया है।
आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत कई फैसले लिए गए। रोजगार निर्माण पर बल दिया गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 20 लाख करोड़ रुपए के प्रोत्साहन पैकेज का ब्योरा देते हुए कहा था कि आर्थिक पैकेज से वृद्धि को गति देने और एक आत्मनिर्भर भारत बनाने में मदद मिलेगी।
20 लाख करोड़ रुपए के पैकेज के पहले भाग में यानी पहली किस्त में 5,94,550 करोड़ रुपए का प्रोत्साहन पैकेज की घोषणाएं की गई। भाग-2 कुल 3.1 लाख करोड़ रुपए का प्रोत्साहन प्रदान किया गया। भाग-3 के तहत खाद्य सूक्ष्म उद्यमों के लिए कुल 1.5 लाख करोड़ रुपए का प्रोत्साहन शामिल है। चौथे और पांचवें भाग में कुल 48,100 करोड़ रुपए की घोषणाएं की गईं। प्रधानमंत्री के आर्थिक पैकेज की बात करने से भी पहले 1,92,800 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई।
आत्मनिर्भर भारत अभियान 2.0 के तहत पार्शियल क्रेडिट गारंटी स्कीम, एडिशनल केपिटल एक्सपेंडिचर, एलटीसी कैश वाउचर स्कीम, फेस्टीवल एडवांस शुरू किया गया।
आत्मनिर्भर भारत अभियान पहले और दूसरे चरण के गुजरने के बाद सरकार ने 3.0 को लॉन्च किया गया है। तीसरी फेज के अंतर्गत 12 स्कीम को शुरू किया गया है।