नई दिल्ली: कोविड-19 महामारी ने पूरी दुनिया के समक्ष न सिर्फ एक बड़ा स्वास्थ्य संकट पैदा किया, बल्कि अर्थव्यवस्था के लिए भी यह एक बड़ा झटका साबित हुआ। भारत भी इससे अछूता नहीं रहा। लेकिन अब हालात बदल रहे हैं और अर्थव्यवस्था एक बार फिर रफ्तार पकड़ने की दिशा में आगे बढ़ रही है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय में प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल के मुताबिक, अगर कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर नहीं आती है तो इस साल GDP विकास दर दोहरे अंकों में होगी।
ET Now 'लीडर्स ऑफ टुमॉरो' समिट के 9वें संस्करण में संजीव सान्याल ने कहा कि जैसे-जैसे प्रतिबंध कम हो रहे हैं, उपभोक्ताओं की मांग बढ़ रही है। समस्या अब केवल आपूर्ति के स्तर पर है। हालांकि विकास में तेजी लाने के लिहाज से भारत की मौद्रिक स्थिति काफी मजबूत है। उन्होंने कहा कि बीते 18 महीने काफी मुश्किलभरे रहे। महामारी ने पूरी दुनिया को बड़ा झटका दिया। बिजनेस बुरी तरह प्रभावित हुआ, खासकर छोटे कारोबारों को बहुत नुकसान हुआ।
'लॉकडाउन ने सरकार को दिया वक्त'
कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार के बीच बीते साल मार्च में लॉकडाउन के फैसले पर सान्याल ने कहा कि यह अर्थव्यवस्था और व्यवसायों के लिहाज से बेहद कठोर था, लेकिन इसने सरकार को कोविड-19 संक्रमण के कारण पैदा हुए हालात से लड़ने, क्वारंटीन सेंटर्स बनाने, जांच आदि को लेकर पर्याप्त इंतजाम करने का पूरा समय दिया, जिसका नतीजा यह हुआ कि भारत कोरोना वायरस से निपटने के लिए आश्वस्त हो गया और धीरे-धीरे चरणबद्ध तरीके से अर्थव्यवस्था को खोला गया।
उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2020 से मार्च 2021 तक की दो तिमाहियों में अर्थव्यवस्था काफी मजबूती से आगे बढ़ी। लेकिन फिर अप्रैल-जून 2021 के बीच कोविड-19 की दूसरी लहर ने बड़ा नुकसान पहुंचाया। राज्य स्तर पर प्रतिबंधों का ऐलान किया गया, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर कोई लॉकडाउन नहीं हुआ। विनिर्माण क्षेत्रों पर इसका बहुत असर नहीं हुआ, लेकिन पर्यटन जैसे क्षेत्र इससे बुरी तरह प्रभावित हुए। अच्छी बात यह है कि जो भी सेक्टर खोले गए हैं, वहां उपभोक्ता मांगों में जोरदार वापसी दिख रही है।
'...तो डबल डिजिट में होगी GDP'
उन्होंने कहा कि बाजार में उपभोक्ताओं की मांग की स्थिति अच्छी है, निर्यात असाधारण रूप से अच्छा कर रहा है, FDI मजबूत है, विदेशी मुद्रा भंडार सर्वकालिक उच्च स्तर पर है। महंगाई में बढ़ोतरी है, पर यह नियंत्रण से बाहर नहीं है। अगर कोविड-19 की तीसरी लहर नहीं आती है तो इस साल हमारी जीडीपी वृद्धि दोहरे अंकों में होगी।