- फ्रैंकलिन टेम्पलटन म्यूचुअल फंड बंद की निवेश की 6 स्कीमें
- कोरोना संकट के बीच लोगों ने तेजी से निकाला पैसा, म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री पर बढ़ा बोझ
- जानें म्यूचुअल फंड्स में पैसा लगाने वाले लोगों के लिए अब क्या है उपाय?
नई दिल्ली: अगर आपकी दिलचस्पी म्यूच्यूअल फंड से जुड़े हुए मामलों में रहती है और लगातार इससे जुड़ी जानकारियों से अवगत रहना चाहते हैं तो आपके लिए एक अहम खबर आई है। कुछ म्यूचुअल फंड से जुड़ी स्कीमें जल्द ही बंद होने जा रही हैं। फ्रैंकलिन टेम्पलटन म्यूचुअल फंड/ Franklin Templeton Mutual Fund (एमएफ) ने गुरुवार को अपनी योजनाओं में से 6 को उच्च-उपज निवेश की ओर ले जाने का फैसला किया है। इसके साथ ही निवेश को लेकर लोगों के लिए उपलब्ध इन 6 स्कीम का लाभ अब लोग नहीं उठा पाएंगे।
रिपोर्ट्स के अनुसार, फ्रैंकलिन टेम्पलटन एमएफ के पास 3,000 करोड़ रुपए से ज्यादा की उधारी थी। फ्रैंकलिन टेम्पलटन एमएफ के अध्यक्ष संजय सप्रे का कहना है कि मौजूदा माहौल में, विशेषकर क्रेडिट पेपर्स के लिए, लिक्विडिटी पैदा करना मुश्किल हो गया है इसलिए डेबिट स्कीम में से 6 को बंद करने का फैसला किया गया है जिनका ऐसट बेस 25,856 करोड़ रुपए बताया जा रहा है।
आसान भाषा में कहें तो कोरोना वायरस से जुड़े संकट के समय और मंदी के दौर में म्युचूअल फंड्स से पैसा निकालने की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं और निवेशकों ने अपना पैसा निकाल लिया है। ऐसे में कंपनी के पास पैसों की तंगी देखने को मिल रही है जिसकी वजह से 6 स्कीम को बंद करने का फैसला किया गया है, जिसके बाद संभव है कि अब निवेशक पैसा न निकाल पाएं। यहां जानिए कंपनी की उन योजनाओं के नाम जो बंद होने जा रही हैं।
1. Franklin Credit Risk Fund (फ्रेंकलिन इंडिया टेम्पलटन क्रेडिट रिस्क फंड)
2. Franklin Income Opportunities Fund (फ्रेंकलिन इंडिया टेम्पलटन इनकम ऑपरच्यूनिटी फंड)
3. Franklin Dynamic Accrual Fund (फ्रेंकलिन इंडिया टेम्पलटन डायनामिक एक्यूरियल फंड)
4. Franklin India Low Duration Fund (फ्रेंकलिन इंडिया टेम्पलटन लो ड्यूरेशन फंड)
5. Franklin Short Term Income Plan (फ्रेंकलिन इंडिया टेम्पलटन शॉर्ट टर्म इनकम प्लान)
6. Franklin Ultra Short Bond Fund (फ्रेंकलिन इंडिया टेम्पलटन शॉर्ट बॉन्ड फंड)
क्या हैं हालात: म्युचूअल फंड्स इंडस्ट्री पर 22 करोड़ रुपए की निकासी का दवाब पड़ा है और इसी बीच फ्रैंकलिन इंडिया टेम्पलटन ने भी 6 योजनाएं बंद करने की घोषणा कर दी। ऐसे माहौल में निवशेक घबराकर और भी तेजी से म्यूचुअल फंड में लगाया गया पैसा तेजी से निकाल सकते हैं।
क्या है रास्ता: स्कीम्स बंद हो जाने के बाद बहुत अधिक संभावना है कि निवेशक अब अपना पैसा नहीं निकाल पाएंगे। जब तक कंपनी होल्डिंग पर रहेगी और जरूरी पैसा नहीं जुटा लेगी तब यह स्थिति बनी रहने की संभावना है। इस दौरान लोगों की ओर से लगाया गया पैसा इन फंडों के अंदर बंद रहेगा। इस दौरान अगर आपको किसी तरह की कोई शिकायत है तो आप सेबी से संपर्क कर सकते हैं। जो आपकी समस्या का म्यूचुअल फंड कंपनी से समाधान करवाता है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पास भी थर्ड पार्टी म्यूचुअल फंड स्कीम की शिकायतों की सुनवाई होती है।