- देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए रेलवे ने 245 ट्रेनें रद्द कर दी हैं
- पूरे देश में इस घातक वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 241 हो गई है
- वायरस से बचाव के लिए पीएम मोदी ने 22 मार्च को 'जनता कर्फ्यू' का आह्वान किया है
नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए रेलवे ने कई ट्रेनें रद्द कर दी हैं। रेलवे ने शुक्रवर को भी 90 ट्रेनें रद्द कर दीं, जिसके बाद कोरोना वायरस के कारण कैंसिल हुए कुल ट्रेनों की संख्या बढ़कर 245 हो गई है। कोरोना वायरस के संक्रमण के संक्रमण के खतरे को देखते हुए गैर-जरूरी यात्राओं को रोकने के उद्देश्य से ऐसा किया गया है। इस बीच यह भी बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'जनता कर्फ्यू' आह्वान के मद्देनजर शनिवार मध्यरात्रि से रविवार सुबह 10 बजे के बीच किसी भी स्टेशन से कोई यात्री ट्रेन नहीं चलेगी।
कुल 245 ट्रेनें रद्द
कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर रेलवे ने शुक्रवार को 20 से 31 मार्च के बीच चलने वाली 90 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। इसके साथ ही रद्द की गईं कुल ट्रेनों की संख्या बढ़कर 245 हो गई है। इससे पहले गुरुवार को भी 84 ट्रेनें रद्द की गई थीं। इससे पहलेल रेलवे 155 ट्रेनें रद्द कर चुका था। बताया जा रहा है कि जिन लोगों ने इन ट्रेनों में टिकट बुक कराए थे, उन्हें व्यक्तिगत रूप से इसकी जानकारी दी जा रही है। साथ ही टिकट रद्द होने के कारण उनसे कोई शुल्क भी नहीं लिया जा रहा है। सभी यात्रियों को उनका पूरा पैसा मिलेगा।'
मेल और एक्सप्रेस के भी थम जाएंगे चक्के
इस बीच ऐसी रिपोर्ट्स भी हैं कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए पीएम मोदी ने रविवार, 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक जिस 'जनता कर्फ्यू' का आह्वान किया है, उसके मद्देनजर शनिवार मध्यरात्रि से रविवार सुबह 10 बजे तक किसी भी स्टेशन से कोई यात्री ट्रेन सफर शुरू नहीं करेगी। बताया जा रहा है कि पीएम के इस आह्वान के मद्देनजर रविवार तड़के मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें भी थम जाएंगी। साथ ही उपनगरीय ट्रेन सेवाएं भी कम कर दी जाएंगी।
लगातार बढ़ रही है संक्रमित मरीजों की संख्या
यहां उल्लेखनीय है कि देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार शाम तक इस घातक वायरस से संक्रमित होने वालों की संख्या बढ़कर 241 हो गई है। देश में महाराष्ट्र और केरल इसके बड़े केंद्र बनता नजर आ रहे हैं, जहां इस जानलेवा संक्रमण के क्रमश: 52 और 40 मामले सामने आ चुके हैं। स्थति की गंभीरता को देखते हुए विभिन्न राज्यों में कई स्थानों पर 'लॉकडाउन' कर दिया गया है तो सार्वजनिक परिवहन पर भी पाबंदी लगा दी गई है।