- भारतीय रेलवे ने सभी स्पेशल ट्रेनों की एडवांस रिजर्वेशन बुकिंग अवधि बढाई
- इन सभी 230 ट्रेनों में पार्सल और सामानों की बुकिंग की अनुमति होगी
- ये बदलाव 31 मई, 2020 की सुबह 8:00 बजे की ट्रेन बुकिंग से लागू होंगे
भारतीय रेलवे ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए लगातार नियमों बदला करता आ रहा है। इस तरह एक बार फिर नियम में बदलाव किए गए हैं। रेलवे ने 12 मई 2020 से चल रही राजधानी कटैगरी की 30 स्पेशल ट्रेनों और एक जून 2020 से चलने वाली कुल 230 स्पेशल मेल, एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए निर्देशों में संशोधन किया है। भारतीय रेलवे ने सभी स्पेशल रेलगाड़ियों की एडवांस रिजर्वेशन बुकिंग अवधि (एआरपी) को मौजूदा 30 दिन से बढ़ाकर 120 दिन करने का फैसला लिया है। साथ इन सभी 230 ट्रेनों में पार्सल और सामानों की बुकिंग की अनुमति होगी। ये बदलाव बदलाव 31 मई, 2020 की सुबह 8:00 बजे की ट्रेन बुकिंग से लागू होंगे। भारतीय रेलवे ने 2 मई से चल रही राजधानी कटैगरी की 30 स्पेशल ट्रेनों और एक जून से चलने वाली 200 स्पेशल मेल एक्सप्रेस ट्रेनों (कुल 230 ट्रेनों) के लिए निर्देशों में संशोधन किया है।
अग्रिम रिजर्वेशन अवधि भी बढ़ी
भारतीय रेलवे ने सभी स्पेशल रेलगाड़ियों की अग्रिम रिजर्वेशन अवधि (एआरपी) मौजूदा 30 दिन से बढ़ाकर 120 दिन करने का फैसला लिया है। इन सभी 230 ट्रेनों में पार्सल और सामानों की बुकिंग की अनुमति होगी। ये बदलाव 31 मई, 2020 की सुबह 8:00 बजे से ट्रेन बुकिंग के साथ लागू होगी।
तत्काल बुकिंग नियम
तत्काल बुकिंग सड़क के साथ लगे स्टेशनों पर सीटों का तत्काल कोटा आवंटन इत्यादि जैसी अन्य शर्ते वैसे ही रहेंगी जैसे कि रेगुलर चलने वाली ट्रेनों में होती है। इन निर्देशों को भारतीय रेलवे की वेबसाइट www.indianrailway.gov.in पर ट्रैफिक कॉमर्शियल डायरेक्टोरेट के कामर्शियर सर्कुलर के तहत भी देखा जा सकता है।
विभिन्न राज्यों से 28 मई तक 3736 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई
देश के विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, विद्यार्थियों और अन्य व्यक्तियों की स्पेशल रेलगाड़ियों से आवाजाही के संबंध में गृह मंत्रालय के आदेश के बाद भारतीय रेलवे 1 मई 2020 से ही श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन कर रही है। 28 मई 2020 तक देश भर के विभिन्न राज्यों से 3736 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं, जबकि करीब 67 ट्रेनें पाइपलाइन में हैं। 27 मई 2020 को 172 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें रवाना की गईं। अब तक 27 दिनों में करीब 50 लाख प्रवासियों को श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से उनके गृह प्रदेशों में ले जाया गया है।
इन राज्यों के लिए चली सर्वाधिक ट्रेनें
ये 3736 ट्रेनें विभिन्न राज्यों से रवाना हुई थीं। जिन शीर्ष पांच राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों से अधिकतम ट्रेनें रवाना हुई हैं, उनमें गुजरात (979 ट्रेनें), महाराष्ट्र (695 ट्रेनें), पंजाब (397 ट्रेनें), उत्तर प्रदेश (263 ट्रेनें) और बिहार (263 ट्रेनें) शामिल हैं। इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन देश भर के विभिन्न राज्यों में समाप्त हुआ। जिन टॉप पांच राज्यों में अधिकतम ट्रेनों का परिचालन समाप्त हुआ है, उनमें उत्तर प्रदेश (1520 ट्रेनें), बिहार (1296 ट्रेनें), झारखंड (167 ट्रेनें), मध्य प्रदेश (121 ट्रेनें) और ओडिशा (139 ट्रेनें) शामिल हैं। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के अलावा, रेलवे नई दिल्ली से जुड़ने वाली 15 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चला रही है। रेलवे ने समय सारणी के अनुसार 1 जून से 200 और ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है।