नई दिल्ली। हाल ही में विमानन कंपनी इंडिगो (IndiGo) के कई कर्मचारी कम सैलरी को लेकर एक साथ छुट्टी पर चले गए थे, जिससे कई फ्लाइट्स लेट हुईं। बड़ी संख्या में इंडिगो के चालक दल के सदस्यों ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर छुट्टी ली थी। दो जुलाई को इंडिगो की करीब 55 फीसदी डोमेस्टिक फ्लाइट्स देरी से उड़ी थीं। कंपनी के पायलट्स, केबिन क्रू और तकनीशियन के अचानक सामूहिक अवकाश पर जाने के करीब 10 दिनों बाद अब इंडिगो का पहला स्टेटमेंट आया है।
कंपनी ने कहा है कि, 'एक जिम्मेदार नियोक्ता के रूप में, इंडिगो किसी भी मुद्दे या शिकायत के लिए अपने कर्मचारियों के साथ लगातार बातचीत कर रहा है। दो सालों से विमानन उद्योग एक कठिन दौर से गुजर रहा है। व्यवसाय में सुधार होने पर हम कर्मचारियों के वेतन से संबंधित कुछ मुद्दों को हल करने की प्रक्रिया में हैं। हम इस प्रक्रिया में कर्मचारियों का फीडबैक लेना जारी रखेंगे। इस बीच, हमारा संचालन सामान्य बना हुआ है। हम अपने नेटवर्क में कई नए गंतव्य जोड़ रहे हैं और भारत और दुनिया भर से ग्राहकों का स्वागत करने के लिए तत्पर हैं।'
इंडिगो की 1600 में से 900 फ्लाइट लेट, बीमारी के नाम पर नौकरी खोजने गए कर्मचारी
स्थिति पर DGCA की नजर
इस बीच नागर विमानन निदेशालय (DGCA) ने विमानन कंपनी इंडिगो और गोफर्स्ट के कर्मचारियों के बीच कम वेतन को लेकर जारी विवाद के जल्द सुलझने की उम्मीद जताई है। डीजीसीए ने कहा कि दोनों कंपनियों के कई तकनीकी कर्मचारी अब तक छुट्टी पर गए हैं। इन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर छुट्टी ली है। डीजीसीए ने कहा कि, 'हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। संचालन सामान्य है और उम्मीद है कि इसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा।'
सूत्रों के मुताबिक कंपनी ने छुट्टी लेने वाले तकनीकी कर्मचारियों को चिकित्सा दस्तावेजों के साथ एयरलाइन के डॉक्टर को दिखाने के लिए भी कहा है। इससे यह पता लग सकेगा कि क्या वे वास्तव में बीमार हैं या नहीं।