- इंडिगो ने अपनी 20 फीसदी फ्लाइट को रद्द करने का फैसला लिया है।
- देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला लिया गया।
- इसके अलावा कंपनी 31 मार्च तक यात्रियों से चेंज फीस भी नहीं वसूलेगी।
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस महामारी के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर घरेलू एयरलाइन कंपनी इंडिगो (IndiGo) ने रविवार को बड़ा एलान किया। कंपनी ने कहा कि वह क्षमता में 20 फीसदी की कमी करेगी। साथ ही 31 मार्च 2022 तक सभी नई और मौजूदा बुकिंग पर परिवर्तन शुल्क माफ करेगी। इंटरग्लोब एविएशन (InterGlobe Aviation) द्वारा संचालित एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि वह देश भर में बढ़ते कोविड -19 मामलों की वजह से ऐसा कर रही है।
31 मार्च 2022 तक की उड़ानों के लिए 31 जनवरी तक बदलाव शुल्क माफ
इंडिगो परिवर्तन शुल्क माफ कर रही है। कंपनी 31 मार्च 2022 तक की उड़ानों के लिए 31 जनवरी तक की गई सभी नई और मौजूदा बुकिंग के लिए मुफ्त बदलाव की पेशकश कर रहा है। कंपनी ने कहा कि कम मांग के साथ वह चुनिंदा रूप से कुछ उड़ानों को सेवा से हटा देगी। इस संदर्भ में कंपनी ने कहा कि, 'हम अनुमान लगाते हैं कि हमारे वर्तमान शेड्यूल ऑपरेशन की लगभग 20 फीसदी उड़ानों को रद्द किया जाएगा।
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इंडिगो ने दिसंबर में 1,500 दैनिक उड़ानें संचालित कीं
उड़ानों को कम से कम 72 घंटे पहले रद्द किया जाएगा और यात्रियों को अगली उपलब्ध उड़ान में ले जाया जाएगा। वे हमारी वेबसाइट पर प्लान बी (सेक्शन) के माध्यम से अपनी यात्रा को बदल सकेंगे। मालूम हो कि इंडिगो ने 275 विमानों के बेड़े के साथ दिसंबर में 1,500 दैनिक उड़ानें संचालित कीं। नवंबर में घरेलू विमानन बाजार में एयरलाइन की सबसे बड़ी बाजार हिस्सेदारी, 54.3 फीसदी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, सोमवार को 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 1.79 लाख ताजा कोविड -19 मामले सामने आए, जिनमें ओमिक्रोन के 4,033 मामले शामिल हैं। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 7,23,619 हो गई है, जो लगभग 204 दिनों में सबसे अधिक है, जबकि 146 लोगों की मौत के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,83,936 हो गई है।