- नींबू के बाद अब टमाटर की कीमत ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है।
- चक्रवात असानी की वजह से टमाटर की फसलों को काफी नुकसान हुआ है।
- पिछले साल के मुकाबले इस साल टमाटर का दाम काफी बढ़ा है।
नई दिल्ली। कर्नाटक, खासकर बेंगलुरू में टमाटर की कीमतें 80 रुपये प्रति किलोग्राम को पार कर गई हैं, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। हाल के दिनों में टमाटर की कीमतों में भारी गिरावट के विरोध में किसानों को सब्जी को सड़क पर फेंकते हुए देखा जा चुका है। हालांकि, अब टमाटर की उगाने वाले किसानों के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही है, जबकि इस महंगाई से मध्यम और गरीब वर्ग की चिंता बढ़ गई है।
मॉल में 100 रुपये प्रति किलोग्राम के पार हुई कीमत
हालांकि हॉर्टिकल्चरल प्रोड्यूसर्स कोऑपरेटिव मार्केटिंग एंड प्रोसेसिंग सोसाइटी ऑफ लिमिटेड की मूल्य सूची (रेट लिस्ट) में मंगलवार को टमाटर की कीमत 75 रुपये देखने को मिले, बेंगलुरु की सब्जी की कई दुकानों और मॉल में कीमतें 100 रुपये प्रति किलोग्राम को पार कर गई हैं।
टमाटर की फसलों को हुआ नुकसान
कर्नाटक के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों में चक्रवात से टमाटर की फसलों को बहुत नुकसान पहुंचा है। इसके कारण कीमतें आसमान छू रही हैं। चक्रवात के साथ ही आंधी और बारिश ने भी फसल को नुकसान पहुंचाया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, राज्य के कोलार जिले में अन्य जिलों की तुलना में ज्यादा मात्रा में टमाटर की पैदावार होती है। वर्तमान में, राज्य में टमाटर की फसल 16,328 हेक्टेयर में उगाई गई। जून और अगस्त के महीनों में फसल की अच्छी पैदावार होती है। राज्य में हर साल 9.50 लाख मीट्रिक टन टमाटर का उत्पादन होता है।
पिछले साल इतना था टमाटर का दाम
उन्होंने कहा, "कोलार बाजार में पिछले साल 15 किलो टमाटर 15 रुपये में बिक रहा था। अब यह 80 रुपये और 100 रुपये हो गया है। शिवमोग्गा, कारवार, हुबली, धारवाड़ में थोक भाव 50 रुपये से 70 रुपये के बीच है।"
फिलहाल नासिक से बेंगलुरू बाजार में टमाटर के तीन से चार ट्रक आ रहे हैं। लोगों ने सांभर और अन्य व्यंजनों के लिए एक तीखा स्वाद पाने के लिए इमली का रुख किया है। लगातार बारिश के कारण कई फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है, जिस कारण बाजार में भाव दोगुने हो गए हैं।