- कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन लागू होने पर सभी उड़ानें रद्द कर दी गई थीं
- घरेलू उड़ान सेवा 25 मई को कड़े नियमों के तहत फिर से शुरू हुआ
- कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू करने में और देरी करने का फैसला लिया गया
International flights : कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए भारत सरकार ने फैसला लिया कि सभी अंतरराष्ट्रीय कॉमर्शियल पैसेंजर सर्विस 15 जुलाई तक सस्पेंड रहेंगी। डीजीसीए ने शुक्रवार (26 जून) को जारी अधिसूचना में 15 जुलाई तक अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंध को बढ़ा दिया है। यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय कार्गो संचालन और उड़ानों पर लागू नहीं होगा जो विशेष रूप से एविएशन रेगुलेटर द्वारा अनुमोदित हैं। देश में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए मार्च के अंत में कॉमर्शियल उड़ानों को सस्पेंड कर दिया गया था।
हालांकि, केंद्र सरकार ने आज चुनिंदा मार्गों पर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की अनुमति देने का फैसला किया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अंतरराष्ट्रीय अनुसूचित उड़ानों को सक्षम प्राधिकारी द्वारा चयनित मार्गों पर अनुमति दी जा सकती है। घरेलू उड़ान संचालन 25 मई को कड़े उपायों के बाद फिर से शुरू हुआ।
हालांकि इस महीने के शुरुआत में नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि नियमित अंतरराष्ट्रीय परिचालन फिर से शुरू करने का फैसला जल्द से जल्द लिया जाएगा ज्यों ही दूसरे देशों द्वारा विदेशी नागरिकों के प्रवेश पर प्रतिबंधों ढील दी जाएगी। उन्होंने कहा था कि जैसे ही दूसरे देशों विदेशी नागरिकों को अपने यहां प्रवेश देने के नियमों में ढील देंगे वैसे ही नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ान को बहाल करने के बारे में फैसला किया जाएगा।