- 3 से 9 दिसंबर तक भारत बॉन्ड ETF की तीसरी सीरीज निवेश के लिए खुली है।
- भारत बॉन्ड ईटीएफ में कम से कम 1 हजार रुपये निवेश करने होंगे।
- इसमें निवेश के लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है।
Bharat Bond ETF: निवेशकों के लिए आज से भारत बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Bharat Bond ETF) की तीसरी सीरीज खुल गई है। भारत बॉन्ड ईटीएफ नौ दिसंबर को बंद होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प (Investment Option) है।
क्या है भारत बॉन्ड ईटीएफ? (What is Bharat Bond ETF)
उल्लेखनीय है कि भारत बॉन्ड ईटीएफ वित्त मंत्रालय के तहत निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) की एक पहल है। भारत बॉन्ड ETF का प्रबंधन Edelweiss Asset Management करती है। भारत बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड सरकारी क्षेत्र की कंपनियों के बॉन्ड में निवेश करता है। यह ईटीएफ 'AAA' रेटिंग वाले सरकारी क्षेत्र के बॉन्ड में ही निवेश करता है। आसान भाषा में समझें, तो म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) की ही तरह ईटीएफ भी प्रतिभूतियों यानी सिक्योरिटीज का एक समूह होता है। ईटीएफ शेयर बाजार के किसी इंडेक्स में शामिल कंपनियों में निवेश करते हैं।
कितना मिलेगा रिटर्न?
अगर निवेशक मैच्योरिटी यानी साल 2032 तक इससे जुड़े रहते हैं, तो आपको निवेश पर 6.87 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है। लेकिन अगर निवेशक बीच में इससे बाहर निकलते हैं, तो उन्हें उस समय के हिसाब से रिटर्न मिलेगा।
कैसे करें निवेश? (How to invest in Bharat Bond ETF)
भारत बॉन्ड ईटीएफ की खरीद-फरोख्त एक्सचेंज के माध्यम से होती है। अगर आप भी इसमें निवेश की योजना बना रहे हैं, तो इसके लिए ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट (Demat Account) होना अनिवार्य है।
कम से कम कितना करना होगा निवेश?
भारत बॉन्ड ईटीएफ में निवेशकों को कम से कम 1,000 रुपये निवेश करने होंगे। इसके बाद इसके मल्टीपल में निवेश किया जा सकता है। इसकी खास बात यह है कि फंड में कोई लॉक-इन अवधि नहीं है। आप अपनी ईटीएफ इकाइयों को ट्रेडिंग और डीमैट खाते के माध्यम से बेच सकते हैं।
2020 में लॉन्च हुई थी पहली और दूसरी किश्त
भारत बॉन्ड ईटीएफ की पहली किश्त जनवरी 2020 में लॉन्च की गई थी, जिसमें लगभग 12,500 करोड़ रुपये जुटाए गए थे। पहली श्रृंखला में दो मैच्योरिटीज शामिल थीं- अप्रैल 2023 और अप्रैल 2030। जुलाई 2020 में लॉन्च की गई दूसरी किश्त ने 11,000 करोड़ रुपये जुटाए, वह भी दो चरणों में: अप्रैल 2026 और अप्रैल 2031।