- जेवर एयरपोर्ट विश्व का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा।
- जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण में करीब 10,000 करोड़ रुपये का निवेश आ सकता है।
- इससे एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
Jewar Airport: आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Jewar Noida International Airport) का शिलान्यास किया। जेवर एयरपोर्ट विश्व का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट और देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। इस एयरपोर्ट को चार चरण में बनाया जाएगा। निर्माण का काम 36 महीनों में पूरा किया जाएगा। यह एयरपोर्ट आधुनिक सेवाओं से लैस होगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के शिलान्यास की तैयारियों का जायजा लिया था। उन्होंने कहा था कि जेवर हवाई अड्डा गौतमबुद्ध नगर, अलीगढ़, आगरा और पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत समूचे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के लिए बहुत अच्छा अवसर लेकर आ रहा है।
पूरा होगा 25 साल पुराना सपना
उन्होंने कहा था कि जेवर हवाई अड्डा 25 साल पुराना सपना है। अब इसको केंद्र सरकार पूरा करने जा रही है। जेवर हवाई अड्डा साल 2024 तक बनकर तैयार होगा और उसके बाद यह उत्तर प्रदेश का पांचवा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा।
कितना होगा निवेश और कितने लोगों को मिलेगा रोजगार?
पहले चरण में 1334 हेक्टेयर (छह गांव की अधिग्रहीत जमीन पर) पर रन्वे बनेगा। जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण में करीब 10,000 करोड़ रुपये का निवेश आ सकता है। वहीं नोएडा और ग्रेटर नोएडा सहित पूरे जिले में करीब 34,000 से 35,000 करोड़ रुपये तक का निवेश आएगा। इससे एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। नागर विमानन मंत्रालय में सचिव राजीव बंसल ने बताया था कि पहले चरण पर कुल लागत से 4,588 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय होगा। वहीं 4,326 करोड़ रुपये की राशि भूमि अधिग्रहण एवं पुनर्वास पर खर्च होगी।
कितने यात्रियों की होगी आवाजाही?
पहला चरण पूरा होने के बाद यहां से सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों की आवाजाही होने लगेगी। वहीं विकास के सभी चारों चरणों के पूरा होने के बाद यह क्षमता बढ़कर सात करोड़ यात्रियों तक पहुंच जाएगी।
किस कंपननी को दिया गया है विकास का ठेका?
इस एयरपोर्ट के विकास का ठेका ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल को दिया गया है। इस हवाईअड्डे का विकास यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) करेगी। इसमें ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल की 100 फीसदी हिस्सेदारी है।
निवासियों को होगा फायदा
जेवर हवाईअड्डे से दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, अलीगढ़, आगरा, फरीदाबाद और आसपास के अन्य जिलों के निवासियों को फायदा होगा। मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में अन्य हवाईअड्डों का भी विकास किया जा रहा है। इनमें अयोध्या, अलीगढ़, चित्रकूट, आजमगढ़, मुरादाबाद और श्रावस्ती भी हवाईअड्डे प्रस्तावित हैं।