Ladli Yojana : समाज में लड़कियों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है यह किसी से छुपा हुआ नहीं है। इसको देखते हुए हरियाणा सरकार ने समाज की मानसिकता को बढ़ाने के लिए लाडली योजना शुरू की। इस योजना का उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या के मामलों को खत्म करते हुए बालिकाओं के प्रति लोगों के रवैये में बदलाव लाना है। इस योजना के तहत हरियाणा के निवासी को जिन्हें 20 अगस्त 2005 के बाद दूसरी लड़की पैदा हुई हो उन्हें बच्ची के लिए 5 साल तक 5000 रुपए प्रति वर्ष वित्तीय सहायता दी जाएगी।
लाडली योजना (Ladli Scheme) क्या है?
देश में कन्या भ्रूण हत्या की संख्या में वृद्धि को देखते हुए यह महसूस किया गया कि परिवार में बालिकाओं की स्थिति को मजबूती दी जानी चाहिए और बाद में इस स्थिति को बनाए रखा जाना चाहिए। हरियाणा और पंजाब में कन्या भ्रूण हत्या के मामले ज्यादा सुनने को मिलते रहे हैं, इसलिए, इन राज्यों की सरकार ने राज्य में लोगों की मानसिकता में बदलाव को बढ़ावा देने का फैसला किया। उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए हरियाणा के शहरी और ग्रामीण दोनों राज्यों में लाडली योजना शुरू की गई।
लाडली योजना (Ladli Scheme) के उद्देश्य
लाडली योजना का उद्देश्य परिवार और भारतीय समाज में बालिकाओं की स्थिति को समग्र रूप से मजबूती प्रदान करना है। वर्ष 2005 में हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई लाडली योजना का उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ लड़ना और बालिकाओं के उचित पालन पोषण को बढ़ावा देना है, साथ ही बच्चियों को जन्म और जीवित रहने का अधिकार भी प्रदान करता है। यह महिलाओं के घटते लिंगानुपात को सुधारने और परिवारों में लड़कियों की संख्या बढ़ाने का प्रयास भी करता है। पात्र होने के लिए और लाडली योजना का लाभ उठाने के लिए, आपको निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना होगा।
लाडली योजना (Ladli Scheme) के लिए पात्रता मानदंड
- सभी बच्चियों के माता-पिता को हरियाणा के निवासी होने चाहिए।
- हरियाणा सरकार द्वारा दी जाने वाली वित्तीय प्रोत्साहनों के हकदार होने के लिए हरियाणा डोमिसाइल होना चाहिए।
- इसके साथ ही परिवार में कम से कम 1 जीवित बहन भी होनी चाहिए।
- माता-पिता में से कम से कम कोई एक हरियाणा में बच्चियों के साथ रहना चाहिए।
- दोनों बालिकाओं के जन्म को रजिस्टर्ड करना होगा।
- माता-पिता को बालिकाओं का उचित टीकाकरण सुनिश्चित करना होगा।
- प्रत्येक पेमेंट प्राप्त करने के समय पेश करना होगा।
- दोनों बालिकाओं को उनकी आयु के अनुसार स्कूल या आंगनवाड़ी में नामांकित किया जाना चाहिए।
लाडली योजना (Ladli Scheme) के लिए आवेदन कैसे करें?
लाडली योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए, माता/पिता या बालिकाओं के गार्जियन को निर्धारित प्रोफार्मा के जरिए आवेदन करना होगा। यह फॉर्म आंगनवाड़ी केंद्रों पर या ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बाल विकास परियोजना अधिकारियों के कार्यालयों में मुफ्त में उपलब्ध है। आवेदन करने के लिए पैसा देने की जरूरत नहीं है। भरे हुए आवेदन पत्र को संबंधित क्षेत्रों के आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और हेल्थ स्टाफ के पास जमा करें।
लाडली योजना (Ladli Scheme) के लाभ के लिए जरूरी दस्तावेज
पात्र आवेदकों को आवेदन पत्र के साथ संबंधित ऑथरिटी द्वारा जारी दूसरी बालिका के जन्म प्रमाण पत्र की सर्टिफाइड प्रति जमा करनी होगी। प्रत्येक भुगतान प्राप्त करने के समय दोनों बालिकाओं के पिछले टीकाकरण रिकॉर्ड के साथ सबसे हाल ही में टीकाकरण डॉक्यूमेंट्स प्रस्तुत करना होगा। लाडली योजना के तहत रिजस्टर्ड लड़कियां 10वीं कक्षा पास करने और 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने के बाद या 12वीं कक्षा पास करने के बाद अपनी योजना की परिपक्वता का दावा करने के लिए पात्र हैं। छात्राओं को निम्नलिखित दस्तावेजों के साथ एक आवेदन जमा करना होगा।
- SBIL से प्राप्त एक्नॉलेजमेंट लेटर
- घर का पता (रेजिडेंशियल एड्रेस)
- 10वीं या 12वीं की मार्कशीट (जो भी लागू हो)
- बैंक पासबुक की फोटो कॉपी, जिसमें खाता संख्या स्पष्ट नजर आना चाहिए।
- मोबाइल नंबर या लेंडलाइन नंबर
- लाभार्थी को भारतीय स्टेट बैंक के साथ एक जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट खोलना होगा।
- इन दस्तावेजों के सत्यापन के बाद, धनराशि लाभार्थी लड़की के नाम पर एक यूनिक आईडी नंबर पर ट्रांसफर की जाएगी