- देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी LIC के IPO का इंतजार अब खत्म होने वाला है।
- DIPAM के सचिव ने कहा है कि आईपीओ जनवरी से मार्च के बीच आ सकता है।
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले साल बजट भाषण में कंपनी में हिस्सेदारी बेचने की घोषणा की थी।
LIC IPO: लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (LIC) के प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) का इंतजार कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। डिपार्टमेंट ऑफ इनवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (DIPAM) के सचिव तुहिन कांत पांडेय (Tuhin Kanta Pandey) ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही यानी जनवरी से मार्च के दौरान बीमा कंपनी एलआईसी का आईपीओ आ सकता है।
इस बीच, सरकारी सूत्रों ने ईटी नाउ को बताया कि दिसंबर में एलआईसी की एम्बेडेड वैल्यू को अंतिम रूप दिया जाएगा। एम्बेडेड मूल्य को अंतिम रूप देने के बाद, एलआईसी बाजार नियामक सेबी (SEBI) के साथ आईपीओ प्रॉस्पेक्टस का मसौदा दाखिल करेगा।
ब्लूमबर्ग की मंगलवार की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले हफ्ते एंकर निवेशकों पर बातचीत शुरू होने की संभावना है। सौदे पर काम कर रहे 10 बैंकों के साथ लगभग 100 वैश्विक निवेशकों के नामों की एक सूची साझा की गई है।
5 से 10 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकती है सरकार
इस आईपीओ के जरिए सरकार कंपनी में 5 से 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रही है। साथ ही सरकार एलआईसी में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति भी दे सकती है। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि आईपीओ पूरी तरह से सब्सक्राइब हो।
ये है सरकार का लक्ष्य
भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) द्वारा आयोजित एक उद्योग कार्यक्रम में पांडे ने कहा कि, 'बीपीसीएल, बीईएमएल, एससीआई, सीईएल, पवन हंस और एनआईएनएल के लिए वित्तीय बोलियां दिसंबर-जनवरी तक बुलाई जा सकती हैं।' उन्होंने आगे कहा कि सरकार का लक्ष्य वित्त वर्ष 2022 में 5 से 6 राज्य के स्वामित्व वाली कंपनियों का निजीकरण करना है।