The Sydney Dialogue: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 'सिडनी संवाद' (Sydney Dialogue) को 'भारत में प्रौद्योगिकी विकास तथा क्रांति' विषय पर संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी (Cryptourrency) पर कहा कि, 'यह महत्वपूर्ण है कि सभी लोकतांत्रिक देश (democratic nations) क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन पर एक साथ काम करें और सुनिश्चित करें कि यह गलत हाथों में न जाए, जो हमारे युवाओं को खराब कर सकता है।' उन्होंने कहा कि आज प्रौद्योगिकी का सबसे बड़ा प्रोडक्ट डेटा है। भारत में हमने डेटा सुरक्षा, गोपनीयता और सिक्योरिटी का एक मजबूत ढांचा तैयार किया है।
उन्होंने कहा कि, 'यह भारत के लोगों के लिए एक बड़े सम्मान की बात है कि आपने मुझे सिडनी डायलॉग के उद्घाटन में भाषण देने के लिए आमंत्रित किया है। मैं इसे हिंद-प्रशांत क्षेत्र (Indo Pacific region) और उभरती डिजिटल दुनिया (digital world) में भारत की केंद्रीय भूमिका की मान्यता के रूप में देखता हूं।'
सब कुछ बदल रहा है डिजिटल युग
उन्होंने कहा, 'डिजिटल युग हमारे चारों ओर सब कुछ बदल रहा है। इसने राजनीति (politics), अर्थव्यवस्था (economy) और समाज (society) को फिर से परिभाषित किया है। यह संप्रभुता (sovereignty), शासन, नैतिकता, कानून, अधिकारों और सुरक्षा पर नए सवाल उठा रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा, शक्ति और नेतृत्व को नया आकार दे रहा है।'
1.3 बिलियन से अधिक भारतीयों की विशिष्ट डिजिटल पहचान
1.3 बिलियन से अधिक भारतीयों की एक विशिष्ट डिजिटल पहचान है। हम 6 लाख गांवों को ब्रॉडबैंड से जोड़ने की राह पर हैं। 800 मिलियन से ज्यादा भारतीय इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं और 750 मिलियन लोगों के पास स्मार्टफोन हैं। हम प्रति व्यक्ति डेटा (Data per capita) के सबसे बड़े उपभोक्ताओं में से एक हैं। साथ ही हम सस्ता डेटा देने के मामले में दुनियाभर के देशों में से एक हैं। हमने भारत में लोगों को COVID-19 टीके पहुंचाने के लिए आरोग्य सेतु (Aarogya Setu) जैसी तकनीक का इस्तेमाल किया।