- अभी पटना एयरपोर्ट की क्षमता सालाना 45.3 लाख यात्रियों को संभालने की है
- बिहटा हवाईअड्डा शहर का दूसरा एयरपोर्ट बनेगा
- नवंबर की शुरुआत से दरभंगा एयरपोर्ट पर उड़ानें शुरू होंगी
नई दिल्ली : नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गुरुवार को कहा कि नया टर्मिनल बनने के बाद पटना एयरपोर्ट हर साल 80 लाख यात्रियों को सेवा प्रदान करने में सक्षम हो जाएगा। अभी पटना एयरपोर्ट की क्षमता सालाना 45.3 लाख यात्रियों को संभालने की है। मंत्री ने कहा कि पटना में बिहटा एयरपोर्ट शहर का दूसरा वाणिज्यिक एयरपोर्ट होगा। वहां नया सिविल एनक्लेव बनाया जा रहा है, जो सालाना 50 लाख यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा। बिहटा एयरपोर्ट पटना के मौजूदा एकमात्र वाणिज्यिक एयरपोर्ट ‘लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) एयरपोर्ट’ से लगभग 27 किमी दूर है और अभी भारतीय वायु सेना के बेस के रूप में काम करता है।
पुरी ने ट्वीट किया कि पटना में एलएनजेपी एयरपोर्ट, जो वर्तमान में प्रति वर्ष 45.3 लाख यात्रियों को संभालता है, आगे उन्नयन और विस्तार के लिये पूरी तरह तैयार है। पटना में अत्याधुनिक तकनीक और सुविधाओं के साथ 1200 करोड़ रुपये के निवेश से नये टर्मिनल का निर्माण किया जा रहा है। इससे एलएनजेपी एयरपोर्ट प्रतिवर्ष 80 लाख यात्रियों को संभाल सकेगा। एलएनजेपी एयरपोर्ट भारत में सबसे तेजी से बढ़ते एयरपोर्ट्स में से एक है।
एक अन्य ट्वीट में पुरी ने कहा कि बिहटा एयरपोर्ट पर एएआई द्वारा प्रति वर्ष 50 लाख यात्रियों को संभालने की क्षमता के साथ 981 करोड़ की लागत से एक नया सिविल एन्क्लेव विकसित किया जाना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही 108 एकड़ जमीन एएआई को सौंप दी है। यह पटना के दूसरे एयरपोर्ट के रूप में काम करेगा।
पुरी ने यह भी कहा कि छठ पर्व से काफी पहले नवंबर की शुरुआत से दरभंगा एयरपोर्ट पर उड़ानें शुरू होंगी। उन्होंने कहा कि एएआई द्वारा 90 करोड़ रुपए की लागत से दरभंगा एयरपोर्ट पर एक टर्मिनल भवन के साथ एक नया सिविल एन्क्लेव भी बनाया जा रहा है।