नई दिल्ली: कोरोना वायरस की वजह से 25 मार्च से ही सभी नियमित ट्रेन सेवा ठप हैं। लॉकडाउन खत्म होने के बाद धीरे-धीरे सभी आर्थिक गतिविधियां शुरू हो गई है। लेकिन ट्रेन सेवा पूर्ण रूप से शुरू नहीं हुई हैं हालांकि स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। सभी पैसेंजर ट्रेनों के लिए जीरो 'बेस्ड टाइमटेबल' होगा। नए टाइमटेबल में से 600 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों को हटाया जा सकता है साथ ही रात के समय ठहराव समेत 10,200 हाल्ट्स से खत्म किया जा सकता है। इसकी जानकारी अगले कुछ महीनों में दी जा सकती है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक प्लान के अनुसार करीब 360 यात्री ट्रेनों को मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के तौर पर अपग्रेड किया जाएगा और 120 मेल/ एक्सप्रेस ट्रेनों को सुपर फास्ट ट्रेनों की कैटेगरी में अपग्रेड किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि कि रेल मंत्रालय प्लान को अंतिम रूप दे रहा है और जल्द ही इसे अधिसूचित किया जाएगा।
रेलवे बोर्ड के सीईओ और चेयरमैन वी के यादव ने गुरुवार को मीडिया को बताया कि राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर जब ट्रेनों के सामान्य परिचालन को फिर से शुरू करेगा तो नई व्यवस्था शुरू हो जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं इस समय कोविड की निरंतर स्थिति के कारण निश्चित टाइमलाइन नहीं दे सकता। जब हम सामान्य सेवाओं को फिर से शुरू करेंगे तो यह उस पर निर्भर करेगा।
टीओआई ने 5 जुलाई को बताया था कि नया सिस्टम के परिणामस्वरूप यात्री ट्रेनों और हाल्ट की संख्या में कमी आएगी। इस बदलाव का मतलब यह भी होगा कि सभी पूर्व-समय पर चलने वाली यात्री ट्रेनों के शेड्यूल और फ्रीक्वेंसी को फिर से लिखा जाएगा। यानी नया टाइम टेबल तैयार किया जाएगा।
यादव ने 15 जुलाई को टीओआई को बताया था कि आईआईटी, मुंबई की मदद से तैयार की जा रही योजना का उद्देश्य डेडिकेटेड कॉरिडोर या विशेष माल गाड़ियों के परिचालन और रखरखाव के लिए विशेष समय स्लॉट की अवधारणा को पेश करना था।