कई बैंक ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट कराने पर फ्री हेल्थ इंश्योरेंस ऑफर कर रहे हैं। डीसीबी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक की तरफ से यह पहल की गई है। डीसीबी बैंक हेल्थ इंश्योरेंस बेनिफिट दे रहा है तो आईसीआईसीआई बैंक एफडी हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस दोनों का लाभ दे रहा है। डीसीबी बैंक हेल्थ इंश्योरेंस पर ओपीडी जांच के साथ साथ निर्धारित सीमा के अंदर दवाई खर्च का भी लाभ दे रहा है। जबकि आईसीआईसीआई बैंक एफडी एक्स्ट्रा ऑप्शन के तहत क्रिटिकल इलनेस बेनिफिट ऑफर कर रहा है।
ब्याज दर और अवधि
फिक्स्ड डिपॉजिट्स पर अक्सर स्टैंडर्ड रेट्स बैंकों की तरफ से दिए जाते हैं। लिहाजा आपको एफडी पर वही ब्याज मिलेगा जो बैंक नॉर्मल डिपॉजिट पर देते हैं। इनकी टेन्योर फिक्स्ड होता है। डीसीबी बैंक के हेल्थ प्लस एफडी केवल 700 दिनों के लिए उपलब्ध है। जबकि आईसीआईसीआई बैंक की ये स्कीम 2 साल के लिए है। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि सभी टेन्योर की फिक्स्ड डिपॉजिट पर यह सुविधा नहीं मिलेगी।
कितने की करानी होगी एफडी
FD जिनमें आपको इंश्योरेंस का भी फायदा मिले उसमें एक निश्चित निवेश करना होगा। डीसीबी बैंक के हेल्थ प्लस पॉलिसी के लिए न्यूनतम दस हजार की एफडी करानी होगी। आईसीआईसीआई FD एक्स्ट्रा में 2 लाख से 3 लाख रुपए की एफडी पर हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा मिल रही है।
लिमिटेड कवर
एफडी पर मिलने वाले हेल्थ इंश्योरेंस पर सीमित कवर मिलता है। आईसीआईसीआई बैंक की ओर से गंभीर बीमारी के इलाज के लिए अधिकतम 1 लाख रुपए तक का हेल्थ इंश्योरेंस विकल्प है। इसमें उम्र की सीमा भी रहती है। आईसीआईसीआई बैंक की FD में उम्र 50 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। डीसीबी बैंक में यह सीमा 70 साल है।
इन एफडी में निवेश करना चाहिए?
एफडी पर वही ब्याज मिलेगा जो बैंक नॉर्मल डिपॉजिट पर देते हैं। ऐसे में अगर आप वही अवधि और रकम निवेश करना चाहते हैं जिस पर इंश्योरेंस का फायदा मिल रहा हैं तो आपको इस तरह की FD में निवेश करना सही रहेगा। अगर इस तरह की पॉलिसी का फायदा लेने के लिए FD करा रहे है। तो आपको इसकी सभी नियम और शर्तों के बारे में ध्यान से जरूर जानने की कोशिश करनी चाहिए।