- आनंद सुब्रमण्यम एनएसई के पू्र्व ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर
- सीईओ चित्रा रामकृष्ण के करीबी माने जाते थे
- बताया जाता है कि आनंद सुब्रमण्यम की सलाह पर संवेदनशील फैसले करती थीं चित्रा
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के पूर्व एमडी पूर्व समूह संचालन अधिकारी और चित्रा रामकृष्ण के सलाहकार आनंद सुब्रमण्यम चेन्नई से देर रात सीबीआई ने गिरफ्तार किया है। आनंद सुब्रमण्यम पर आरोप है कि वो एनएसई के कामकाज में दखल देते थे। वो एनएसई की पूर्व सीईओ को सलाह दिया करते थे और वो उनके इशारे पर काम किया करती थीं। मीडिया में इस तरह की सुर्खियां बनी रहीं कि चित्रा रामकृष्ण हिमालय में रहने वाले किसी योगी से अपने कामकाज में मदद लेती थीं। बाद में इस तरह की खबरें आईं कि वो योगी और कोई नहीं बल्कि आनंद सुब्रमण्यम ही थे। हालांकि इस तरह की खबरों का टाइम्स नाउ नवभारत पुष्टि नहीं करता है ।
चित्रा ने खुद पीड़ित होने की बात कही
सीबीआई के सूत्रों के अनुसार पूछताछ के दौरान चित्रा ने खुद के पीड़ित होने का दावा किया और कहा कि वह कई बातों से अनजान थीं। वह बार-बार अपना बयान भी बदल रही हैं। उन्होंने जांच की दिशा भी बदलने की कोशिश की। चित्रा ने खुद के निर्दोष होने का दावा किया है और उनका कहना है कि कोई उन्हें फंसा रहा है।सीबीआई ने चित्रा के अलावा कथित रूप से 'योगी' के निर्देश पर नौकरी पर रखे गये एनएसई के पूर्व ग्रुप ऑपरेटिंग अधिकारी आनंद सुब्रमणियम और पूर्व सीईओ रवि नारायण के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया है।
192 पन्नों की रिपोर्ट
आनंद सुब्रमणयम के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर एहतियातन जारी किया गया था। चित्रा रामकृष्ण और उनसे पहले एनएसई के सीईओ रहे रवि नारायण तथा आनंद के देश छोड़कर जाने के संदेह में यह कदम उठाया गया था। इस मामले में अब गिरफ्तारी की आशंका बढ़ गयी थी। सीबीआई ने सेबी की 192 पेज की रिपोर्ट के आधार पर चित्रा के खिलाफ मामला दर्ज किया था। सेबी ने रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि चित्रा ने एनएसई की गोपनीय जानकारियां हिमालय के एक योगी के साथ साझा की थीं।