- वित्त वर्ष 2021-22 में पेटेंट दाखिल करने की संख्या काफी बढ़ीहै।
- सरकार द्वारा IPR व्यवस्था को मजबूत करने के लिए उठाए गए कदम से पेटेंट आवेदनों की संख्या बढ़ी।
- पेटेंट आवेदनों के लंबित होने में भी कमी आई है।
Patent Filings: भारत ने आईपी इनोवेशन इकोसिस्टम के संदर्भ में एक और मील का पत्थर हासिल किया है। पिछले 11 सालों में पहली बार, घरेलू पेटेंट (Patent) फाइलिंग की संख्या ने जनवरी से मार्च 2022 तिमाही में भारतीय पेटेंट कार्यालय (Indian Patent Office) में अंतरराष्ट्रीय पेटेंट फाइलिंग की संख्या को पार कर लिया है। इस अवधि के दौरान, कुल 19796 पेटेंट एप्लिकेशन दायर किए गए, भारतीय आवेदकों ने 10706 एप्लिकेशन दायर किए। वहीं गैर-भारतीय आवेदकों द्वारा 9090 के विरुद्ध 10706 एप्लिकेशन दायर किए गए।
ये रही भारत की सफलताएं
- 2014-15 में 42763 पेटेंट दाखिल किए गए। 2021-22 में ये बढ़कर 66440 हो गए। पिछले 7 सालों की अवधि में 50 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि हुई है।
- 2014-15 की तुलना में 2021-22 में पेटेंट के ग्रांट में लगभग पांच गुना वृद्धि हुई। 2014-15 में 5978 पेटेंट ग्रांट किए गए, वहीं 2021-22 में 30,074 पेटेंट ग्रांट किए गए।
- विभिन्न तकनीकी क्षेत्रों के लिए पेटेंट इक्जैमिनेशन के समय को दिसंबर 2016 में 72 महीने से घटाकर 5-23 महीने कर दिया गया है।
- ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में भारत की रैंकिंग 2015 से 81वें स्थान की तुलना में 2021 में बढ़कर 46 हो गई।
गैर भारतीय आवेदकों और भारतीय आवेदकों द्वारा दायर तिमाही वार पेटेंट आवेदन-
पिछले वर्षों के दौरान पेटेंट आवेदनों की फाइलिंग और ग्रांट-
पीयूष गोयल ने की सराहना
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इनोवेशन को बढ़ावा देकर और अनुपालन बोझ को कम करके भारत में IPR व्यवस्था को मजबूत करने के लिए DPIIT द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि डीपीआईआईटी और आईपी ऑफिस के प्रयासों से समाज के सभी वर्गों में आईपी जागरूकता बढ़ी है। उन्होंने उल्लेख किया कि यह भारत को ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (Global Innovation Index) के टॉप 25 देशों में होने के लक्ष्य के करीब ले जाएगा।