नई दिल्ली: अब आप राशन के सामान के लिए किसी एक दुकान से बंधे नहीं रहेंगे। अगर आपको राशन वाला खराब सामान देता है तो आप दूसरी राशन की दुकान से सामान ले सकेंगे।
पूरे देश में राशन कार्ड की पोर्टेबिलिटी का काम शुरू हो गया है। वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना का पायलट प्रोजेक्ट 1 अगस्त से पहले ही शुरू हो चुका है। आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में ये सुविधा शुरू हुई है। कंज्यूमर अफेयर्स और फूड डिस्ट्रिब्यूशन के केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने आज इसका विधिवत ऑनलाइन उद्धाटन किया।
वन नेशन वन राशन कार्ड के जरिए लोग अपना राशन देश में किसी भी दुकान से ले सकेंगे। इससे प्रवासियों को फायदा होगा। सरकार पूरे देश में इस स्कीम को जून 2020 से लागू करेगी। फिलहाल ये स्कीम 4 राज्यों में चल रही है। यहां जिसने अपना राशन कार्ड आधार से लिंक कर लिया है वो कहीं से भी अपना राशन ले सकते हैं। इस तरह के पायलट प्रोजेक्ट और भी राज्यों में चलाए जाएंगे।
अभी तक लोग अपने राशन कार्ड के जरिए चीनी और राशन का दूसरा सामान सिर्फ एक निश्चित राशन की दुकान से ही खरीद सकते हैं। इस स्कीम के जरिए भ्रष्ट्राचार पर रोक लगेगी। कई लोग मजदूरी करने दूसरे राज्यों में जाते हैं उनके पास उस राज्य का राशन कार्ड नहीं होता है इस कारण से उन्हें सस्ती दरों पर सामान नहीं मिलता है।
लोग अब एक दुकान से बंध कर नहीं रहेंगे ऐसे में भ्रष्ट्राचार पर भी लगाम लगेगी। इसके लिए सभी कार्ड का एक केंद्रीय डेटाबेस तैयार कर रहा है। इसके जरिए नकली राशन कार्ड पर लगाम लगेगी।