- क्लोन ट्रेनें वर्तमान में चल रहीं 310 ट्रेनों के अलावा हैं
- रेलवे अधिकारी के मुताबिक क्लोन' ट्रेन गंतव्य स्टेशन पर मूल ट्रेन से 2-3 घंटे पहले पहुंचेंगी
- क्लोन ट्रेनों का किराया हमसफर एक्सप्रेस के बराबर लिया जाएगा
नई दिल्ली : कोरोना वायरस महामारी के वजह 25 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन लागू होने पर यात्री रेल ट्रेन सेवा पूरी तरह बंद कर दी गई थी। फिर एक मई शुरू की गई। लेकिन नियमित ट्रेन सेवा अब तक बहाल नहीं हुई है। वर्तमान मात्र 310 स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही है। लेकिन सोमवार (21 सितंबर) 40 क्लोन ट्रेनें चलाई जा रही हैं। क्लोन ट्रेनें वर्तमान में चल रहीं 310 ट्रेनों के अलावा हैं। रेलवे के सीनियर अधिकारी ने रविवार को कहा था कि रेलवे द्वारा सोमवार से शुरू की जा रही 40 क्लोन ट्रेनों के जरिए ज्यादा यातायात वाले रूटों पर वेटिंग लिस्ट वाले यात्री अपनी मंजिल पर मूल ट्रेन के मुकाबले 2-3 घंटे पहले पहुंचने की उम्मीद कर सकते हैं।
रेलवे ने अधिक डिमांड वाले रूटों पर 20 जोड़ी ट्रेनें शुरू की हैं जिनमें से अधिकतर बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और दिल्ली, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक के बीच हैं। इनमें से 18 डिब्बों वाली 19 ट्रेनों के लिए टिकट का किराया हमसफर एक्सप्रेस के बराबर लिया जाएगा जबकि लखनऊ और दिल्ली के बीच चलने वाली 22 डिब्बों वाली क्लोन ट्रेन का किराया जनशताब्दी एक्सप्रेस के बराबर होगा। रेलवे ने कहा कि इन ट्रेनों की अग्रिम बुकिंग 10 दिन की होगी और बुकिंग 19 सितंबर को सुबह आठ बजे शुरू हो चुकी है। नीचे जानिए क्लोन ट्रेनें कहां से कहां चलेंगी। कहां रूकेंगी।
अधिकारी ने कहा कि मुख्य रूप से थर्ड एसी क्लास की कम स्टॉपेज, ज्यादा स्पीड और मूल ट्रेन के मुकाबले पहले प्रस्थान समय वाली ये क्लोन ट्रेन उन यात्रियों के लिए खासतौर पर फायदेमंद हैं जिन्हें किसी इमरजेंसी कारण से या आखिरी समय में यात्रा की योजना बनानी पड़ी है। अधिकारी ने कहा कि उनका स्टॉपेज या रास्ते में पड़ने वाले मंडल हेडक्वार्ट्स तक ही सीमित होगा यानी बहुत कम स्टेशनों पर यह ट्रेन रूकेगी। जिससे यात्रा का समय घटेगा। लोग जल्द अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच जाएंगे।
एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि यह ट्रेन अपने गंतव्य स्थान पर 2 या 3 घंटे पहले पहुंचेंगी। इसी तरह इनकी योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि हम यह मान रहे हैं कि इस दौरान लोग सिर्फ इमरजेंसी जरूरतों के लिए ही यात्रा करेंगे और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि ज्यादा यातायात वाले रूटों पर हम उन सभी यात्रियों को समायोजित कर सकें जो यात्रा करना चाहते हैं। भारतीय रेलवे ने हाल ही में वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को राहत देने के लिए उसी रूट में विशेष 'क्लोन ट्रेन' की घोषणा की, जिस रूट पर यात्रियों की संख्या अधिक होती है।