- RBI गवर्नर ने कहा-हम पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर नजर रख रहे हैं। भारत के हालात दूसरों से बेहतर हैं
- कोविड-19 महामारी के चलते पैदा हुई परिस्थितियों पर आरबीआई नजर रखे हुए है
- नाबार्ड को 50 हजार करोड़ और सिडबी को 15 हजार करोड़ रुपए की मदद
नई दिल्ली: देश में जारी कोरोना संकट से लोगों को भारी परेशानी हो रही है इससे निपटने के लिए देश में जारी लॉकडाउन की अवधि भी बढ़ाकर 3 मई तक कर दी गई है, जिसके चलते देश की अर्थव्यवस्था पर भी काफी असर पड़ा है, सरकार इस मोर्चे पर भी खासा ध्यान दे रही है।
इससे पहले भारतीय रिजर्व बैंक ने राहत के कई उपाय किए थे जिससे आम लोगों को राहत मिलने के साथ इकॉनामी को भी बल मिले।
RBI Governor PC Updates
- गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि बाजार में कैश की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी
- रिवर्स रीपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की गई है, रीपो रेट पूर्ववत रहेगी
- देश का बैंकिंग सिस्टम पूरी तरह काम कर रहा है, 91 प्रतिशत एटीएम काम कर रहे हैं।
- कोरोना संकट के दुनिया को 90 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हो सकता है।
- दुनिया भर के शेयर बाजारों में गिरावट आयी है. हमारी कोशिश है कि वित्तीय नुकसान को कम किया जाए
- रिवर्स रीपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती के साथ 4 प्रतिशत से कम करके 3.75 प्रतिशत किया गया।
- नाबार्ड को 50 हजार करोड़ और सिडबी को 15 हजार करोड़ रुपए की मदद
- साल 2020 में वैश्विक कारोबार में 13 से 32% गिरावट का अनुमान है, भारत की जीडीपी 7% से अधिक रहने के आसार है ,देश में अनाज की कोई कमी नहीं है
- हम पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर नजर रख रहे हैं। भारत के हालात दूसरों से बेहतर हैं
- IMD ने 2020 में अच्छे मॉनसून का अनुमान लगाया है। इससे अर्थव्यवस्था को गति मिल सकती है। अब भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था आगे बढ़ रही है
- हम पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर नजर रख रहे हैं। भारत के हालात दूसरों से बेहतर हैं
- दास ने कहा कि IMF ने इस बात का अनुमान लगाया है कि दुनिया में सबसे बड़ी मंदी आने वाली है।
- जो कि खतरे की घंटी है. कई देशों में आयात और निर्यात में भारी गिरावट देखने को मिली है
- उन्होंने कहा कि इस वक्त 150 से अधिक अधिकारी लगातार क्वारनटीन होकर भी काम कर रहे हैं और हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.
- महामारी के प्रकोप के दौरान सामान्य कामकाज सुनिश्चित करने के लिए बैंकों, वित्तीय संस्थानों ने विशेष तैयारी की हैं
- कोविड-19 महामारी के चलते पैदा हुई परिस्थितियों पर आरबीआई नजर रखे हुए है, आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा।
- इसी क्रम में RBI गवर्नर शक्तिकांत दास एक प्रेस कॉन्फ्रेंस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कर रहे हैं।
अभी कारोबार के घंटों में कटौती 30 अप्रैल तक लागू रहेगी
इससे पहले रिजर्व बैंक ने साफ किया था कि बांड, मुद्रा बाजार में कारोबार के समय मे कटौती 30 अप्रैल तक लागू रहेगीभारतीय रिजर्व बैंक ने बृहस्पतिवार को कहा कि ऋण (बांड) और मुद्रा बाजार में अभी कारोबार के घंटों में कटौती 30 अप्रैल तक लागू रहेगी। केंद्रीय बैंक ने स्पष्ट किया कि सरकार ने लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दी है जिसके मद्देनजर बांड और मुद्रा बाजार में कारोबार के समय में कटौती को लागू रखने का फैसला किया गया है।
कोरोना वायरस की वजह से पैदा हुई स्थिति के मद्देनजर रिजर्व बैंक के नियमन वाले विभिन्न बाजारों में कार्य का समय सुबह दस बजे से दो बजे तक कर दिया गया था। पहले यह व्यवस्था 7 अप्रैल से 17 अप्रैल तक के लिए थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 30 अप्रैल कर दिया गया है।
रिजर्व बैंक ने बयान में कहा, 'भारत सरकार के राष्ट्रव्यापी बंद को बढ़ाकर तीन मई, 2020 तक करने के फैसले के मद्देनजर केंद्रीय बैंक के नियमन वाले सभी बाजारों में कार्य के घंटों में कटौती 30 अप्रैल तक लागू रहेगी।'