- इस साल कोरोना की दूसरी लहर के बीच अर्थव्यवस्था को पिछले साल के मुकाबले ज्यादा नुकसान नहीं
- भारतीय अर्थव्यवस्था में पिछले वित्त वर्ष 2020- 21 में आठ प्रतिशत गिरावट आने का अनुमान है
- रिजर्व बैंक ने पिछले महीने चालू वित्त वर्ष के लिये 10.5 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि के अनुमान को बरकरार रखा है
नयी दिल्ली: राजस्व सचिव तरुण बजाज ने शुक्रवार को कहा इस साल कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच अर्थव्यवस्था को पिछले साल के मुकाबले ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। पिछले साल देश में पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया था।उन्होंने आगे कहा कि यदि हर महीने औसतन 1.10 लाख करोड़ रुपये की जीएसटी राजस्व प्राप्ति होती है तो ऐसी स्थिति में राज्यों का जीएसटी राजस्व घाटा 1.50 लाख करोड़ रुपये के आसपास रहेगा।
जीएसटी परिषद की 43वीं बैठक के बाद संवाददाताओं के साथ बातचीत करते हुये बजाज ने कहा, 'यदि हम पिछले साल की तरह का ही फार्मूला अपनाते हैं, तो जीएसटी का अंतर 1.58 लाख करोड़ रुपये बनता है। लेकिन पिछले साल जब पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया था और अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान उठाना पड़ा था इस साल ऐसा नहीं है।'
भारतीय अर्थव्यवस्था में पिछले वित्त वर्ष 2020- 21 में आठ प्रतिशत गिरावट आने का अनुमान है।रिजर्व बैंक ने पिछले महीने चालू वित्त वर्ष के लिये 10.5 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि के अनुमान को बरकरार रखा है। वहीं एडीबी ने वर्ष के दौरान 11 प्रतिशत वृद्धि दर हासिल होने का अनुमान लगाया है।
बहरहाल, केन्द्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष के दौरान राज्यों को दी जाने वाली क्षतिपूर्ति 2.69 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया है। इसमें से 1.58 लाख करोड़ रुपये इस साल उधार लेकर जुटाये जायेंगे।