- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने MCLR में 0.20% कटौती की घोषणा की
- एसबीआई ने भी हाल में MCLR में 0.05 से 0.10% की कमी की
- केनरा बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने भी MCLR में कटौती की
Union Bank cuts MCLR : कोरोना वायरस से हुई आर्थिक तबाही से निपटने के लिए सरकार ने आर्थिक पैकेज समेत कई बड़े कदम उठाएं। उधर देश के सरकारी बैंक भी अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए फैसले ले रहे हैं। हाल के महीनों में बैंकों ने ग्राहकों को राहत देने के लिए कई फैसले लिए हैं। इसी कड़ी में बैंकों ने सीमांत लागत मनी बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में काफी कमी की है। सरकारी सेक्टर के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने शुक्रवार को विभिन्न अवधि के लिए MCLR में 0.20% कटौती की घोषणा की। इस कौटती से बैंक से लोन लेना सस्ता हो जाएगा। नई दरें 11 जुलाई से लागू होंगी। पिछले साल जुलाई से बैंक द्वारा लगातार 13 बार रेट में कटौती की गई है।
बैंक ने एक रिलीज में कहा कि संशोधित एक वर्षीय एमसीएलआर 7.60% की जगह 7.40% होगी। तीन महीने और छह महीने केMCLR को घटाकर क्रमश: 7.10% और 7.25% कर दिया गया है।
इससे पहले देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने शुक्रवार को छोटी अवधि के लिए MCLR में 0.05 से 0.10% की कमी की थी।
सार्वजनिक क्षेत्र के एक अन्य बैंक इंडियन ओवरसीज बैंक (OBC) ने सभी अवधि के लिए MCLR में 0.25% तक कटौती की है।
इस हफ्ते की शुरुआत में केनरा बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने भी MCLR में कटौती की थी।