- यूपीआई साल 2016 में लॉन्च किया गया था।
- दिसंबर 2018 में इसने 1 लाख करोड़ का मील का पत्थर पार किया था।
- यूपीआई एक रियल टाइम पेमेंट सिस्टम है।
नई दिल्ली। भारत में डिजिटल पेमेंट का चलन बढ़ता जा रहा है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) द्वारा किए गए लेनदेन के आंकड़े जारी कर दिए हैं। ताजा आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2022 में यूपीआई के जरिए 9.83 लाख करोड़ रुपये के 558 करोड़ लेनदेन हुए, जो अब तक का रिकॉर्ड उच्च स्तर है। पिछले महीने यानी मार्च 2022 के मुकाबले यह लगभग 3 फीसदी ऊपर है। मार्च में यूपीआई के जरिए 9,60,581.66 करोड़ रुपये के 540 करोड़ लेनदेन हुए थे।
साल- दर- साल 111 फीसदी की वृद्धि
पिछले साल से तुलना करें, तो लेनदेन की मात्रा में जोरदार वृद्धि दर्ज की गई है। यह 111 फीसदी बढ़ी है। लेनदेन के मूल्य में लगभग 100 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। अप्रैल 2021 में, UPI ने 4.93 ट्रिलियन रुपये के 2.64 अरब लेनदेन को प्रोसेस किया था। वित्त वर्ष 2022 में UPI ने 46 अरब से भी ज्यादा लेनदेन को प्रोसेस किया। इसकी राशि 84.17 ट्रिलियन रुपये से ज्यादा थी। वहीं वित्त वर्ष 2021 में इसने 22.28 अरब लेनदेन को प्रोसेस किया।
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क्या है यूपीआई? (What is UPI)
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस डिजिटल रूप से पेमेंट का एक तरीका है। इसके तहत आप घर बैठे आसानी से किसी को भी पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। यह एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में पैसा तुरंत ट्रांसफर करने की सुविधा देता है। आप यूपीआई के जरिए रात या दिन कभी भी पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।
UPI 123Pay: अब फीचर फोन से भी होगी UPI पेमेंट, इंटरनेट की भी नहीं पड़ेगी जरूरत
यूपीआई लेनदेन को बढ़ाने के लिए, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 8 मार्च को बड़ा कदम उठाया था। केंद्रीय बैंक ने UPI123Pay नामक फीचर लॉन्च किया और डिजीसाथी (DigiSaathi) नाम का 24x7 हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किया था।