नई दिल्ली: ब्राडबैंड उद्योग के वैचारिक मंच बीआईएफ ने गुरुवार को सार्वजनिक वाईफाई मॉडल वाणी की व्यवहार्यता पर फैलाई जा रही ‘‘गलत सूचनाओं’’ की निंदा की और कहा कि नए मसौदे में दो करोड़ से अधिक रोजगार और उद्यमशीलता के अवसर हैं। बीआईएफ ने कहा कि इसके अलावा जब मोबाइल डेटा की कीमत बढ़ रही है, ऐसे में लोगों को वाईफाई के जरिए कनेक्टिविटी का सस्ता माध्यम मिलेगा।
ब्राडबैंड इंडिया फोरम (बीआईएफ) के अध्यक्ष टी वी रामचंद्रन ने कहा कि एक सस्ता विकल्प होने के साथ ही मोबाइल डेटा का किराया लगातार बढ़ रहा है और कुछ रिपोर्ट के मुताबिक निकट भविष्य में यह 30-40 प्रतिशत और बढ़ सकता है।
बीआईएफ ने सार्वजनिक वाईफाई को लेकर कुछ लोगों द्वारा फैलाई जा रही ‘‘गलत सूचनाओं’’ का जवाब देते हुए कहा कि पिछले कई वर्षों में सरकार ने इसके कारगर होने के कई सबूत दिए हैं। सरकार की प्रमुख शोध एवं अनुसंधान संस्था सी-डॉट ने इंटरनेट सेवा प्रदाताओं और स्टार्टअप तथा उद्यमियों के साथ मिलकर व्यापक परीक्षण किए हैं। रामचंद्रन ने कहा, 'वाईफाई हॉटस्पॉट आम आदमी के लिए अधिक किफायती विकल्प पेश करते रहेंगे और ये बड़े पैमाने पर सार्वजनिक संपर्क के लिए एक किफायती साधन बन सकते हैं।'
बीआईएफ ने कहा कि नए वाणी सार्वजनिक वाईफाई ढांचे में स्थानीय विनिर्माण और ब्रॉडबैंड पहुंच को बढ़ाने के अलावा दो करोड़ से अधिक रोजगार और उद्यमिता के अवसरों की संभावना है। बीआईएफ ने कहा कि यह डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत को जबरदस्त गति प्रदान करेगा।