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Gold loan : गोल्ड लोन लेने की सोच रहे हैं? ध्यान में रखें ये 5 जरूरी बातें

Updated Aug 11, 2020 | 13:13 IST

Gold loan : सोना, अनिश्चितता से बचाने और महंगाई को मात देने के साथ-साथ उधार लेने में भी मदद करता है। कई लोगों को कोरोना वायरस संकट काल सोना के बदले लोन ले रहे हैं।

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गोल्ड लोन लेने से पहले पांच बातों का ध्यान रखें
मुख्य बातें
  • कोरोना वायरस संकटकाल में कई लोगों को गोल्ड जैसे एसेट्स के बदले लोन लेना पड़ रहा है
  • आर्थिक परेशानी से निपटने में काफी मदद मिलती है
  • अगर आप भी गोल्ड लोन लेने की सोच रहे हैं तो आपको नीचे बताई गई बातें पता होनी चाहिए

Gold loan : उधार लेने के कई तरीके हैं। आप पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड डेब्ट जैसे अनसिक्योर्ड लोन, या होम लोन, ओवरड्राफ्ट या लोन एगेंस्ट एसेट्स जैसे सिक्योर्ड लोन ले सकते हैं। मौजूदा कोरोनावायरस संकटकाल में कई लोगों को गोल्ड (Gold) जैसे एसेट्स के बदले लोन लेना पड़ रहा है। ऐसे लोन इसलिए लिए जा रहे हैं क्योंकि एसेट्स के बदले उधार लेना ज्यादा आसान होता है। एक कोलैटरल या जमानत, इनकम या क्रेडिट स्कोर जैसी, उधार लेने में बाधक बनने वाली बाधाओं को कम करता है।

गोल्ड यानी सोना (Gold), अनिश्चितता से बचाने और महंगाई को मात देने के साथ-साथ उधार लेने में भी मदद करता है। कई लोगों को कोरोनावायरस संकटकाल में पैसों का इंतजाम करने के लिए अपने एसेट्स का सहारा लेना पड़ रहा है। गोल्ड एक पसंदीदा एसेट क्लास है और कई लोग मौजूदा परिस्थिति में पैसे की समस्या से निपटने के लिए अपना सोना गिरवी रखकर उधार ले रहे हैं। आप बैंक या NBFC कंपनी में अपने सोने की चीजें गिरवी रखकर गोल्ड लोन ले सकते हैं। इस तरह, आप उन्हें बेचे बिना पैसों का इंतजाम कर सकते हैं और बाद में लोन चुकाकर उन्हें वापस हासिल कर सकते हैं।

पिछले सप्ताह, भारतीय रिजर्व बैंक ने गोल्ड लोन का लोन-टू-वैल्यू (LTV) रेशियो (यानी आप अपने एसेट के वैल्यू के बदले कितना उधार ले सकते हैं) बढ़ाने का फैसला किया जो पहले 75% था। सेंट्रल बैंक ने गोल्ड लोन का LTV रेशियो 1 अप्रैल 2021 तक के लिए बढ़ाकर 90% कर दिया है। इसका सीधा-सा मतलब है कि लोगों को अब गोल्ड लोन के लिए अप्लाई करते समय अपने गोल्ड का बेहतर वैल्यू मिल सकता है। इससे कोविड-19 वैश्विक-महामारी के कारण पैदा हुई आर्थिक परेशानी से निपटने में काफी मदद मिलेगी। यदि आप भी गोल्ड लोन लेने की सोच रहे हैं तो आपको निम्नलिखित बातें पता होनी चाहिए।

आप कहां से उधार ले सकते हैं

आप बैंक या NBFC कंपनियों से गोल्ड लोन ले सकते हैं। अलग-अलग बैंकों या लोन कंपनियों के नियम एवं शर्तें अलग-अलग होती हैं। वर्तमान में, सिर्फ बैंकों को ही 90% LTV देने की इजाजत है, जबकि NBFC कंपनियां अभी भी सिर्फ 75% तक उधार दे सकती हैं।

लोन अमाउंट

आपका लोन अमाउंट, LTV रेशियो के अलावा आपके सोने की शुद्धता और वैल्यूएशन पर भी डिपेंड करता है। सोने की शुद्धता जितनी अधिक होगी, लोन अमाउंट उतना अधिक होगा। सोने की शुद्धता 18 कैरेट या उससे अधिक होने पर लोन मिलता है। याद रखें कि आपके सोने का वैल्यू निकालते समय उसमें लगे जेम्स और स्टोंस का वैल्यू शामिल नहीं किया जाएगा। सोने के बार, सिक्के या ईंट 50 ग्राम से कम होने पर ही उन पर गोल्ड लोन मिल सकता है। सोने का वैल्यू 1 लाख रु. होने पर 90.000 रु. तक गोल्ड लोन मिलेगा।

लोन टेन्योर

गोल्ड लोन, आम तौर पर कुछ समय के लिए, यानी एक साल से 36 महीने के लिए दिया जाता है।

इंटरेस्ट रेट

अलग-अलग लोन कंपनियों का इंटरेस्ट रेट अलग-अलग होता है जो 9-29% के बीच होता है लेकिन गोल्ड लोन का इंटरेस्ट रेट, पर्सनल लोन से थोड़ा कम होता है।

रीपेमेंट की शर्तें और समय से लोन क्लोज करने पर लगने वाला फोरक्लोजर चार्ज

अलग-अलग बैंकों या लोन कंपनियों की रीपेमेंट शर्तें अलग-अलग होती हैं। कुछ बैंक या लोन कंपनियां इसे एक रेगुलर लोन की तरह EMI (इक्वेटेड मंथली इंस्टालमेंट) में चुकाने की इजाजत देती हैं तो कुछ बैंक या लोन कंपनियां पहले इंटरेस्ट और बाद में प्रिंसिपल अमाउंट चुकाने के लिए कहती हैं। कुछ बैंक या लोन कंपनियां आपको इंटरेस्ट और प्रिंसिपल दोनों का पेमेंट एक साथ करने की इजाजत देती हैं। आप यह गोल्ड लोन, एक ओवरड्राफ्ट के रूप में भी ले सकते हैं और अपनी जरूरत के अनुसार उसका इस्तेमाल कर सकते हैं जैसा एक क्रेडिट कार्ड के साथ करते हैं। कुछ बैंक, गोल्ड लोन टेन्योर के अंत में बुलेट पेमेंट करने की इजाजत भी देते हैं।

चूंकि गोल्ड लोन कुछ समय के लिए मिलने वाला लोन है, इसलिए यह लोन लेने से पहले इसकी रीपेमेंट प्रक्रिया और पैसे की मौजूदगी को ध्यान में रखें। आप इसे समय से पहले क्लोज कर सकते हैं लेकिन कुछ बैंक, बाकी लोन अमाउंट का 1% तक फोरक्लोजर चार्ज ले सकते हैं।

क्या आपको गोल्ड लोन लेना चाहिए?

जिस समय सोने की कीमत बढ़ रही हो उस समय पैसे की जरूरत को पूरा करने के लिए गोल्ड लोन लेना फायदेमंद होता है। मौजूदा परिस्थिति में सोने की कीमत 50,000 रुपए के पार चली गई है जिससे गोल्ड लोन की मांग काफी बढ़ गई है। लेकिन सोने की कीमत घटने पर, ज्यादा सोना गिरवी रखना होगा या बाकी पैसों का इंतजाम कहीं और से करना होगा। इसे न चुका पाने पर, उधारदाता अपना पैसा वसूल करने के लिए, गिरवी रखे सोने को बेच सकता है।

गोल्ड लोन लेने से पहले, अपने ऑप्शंस की तुलना करें। इस समय आपको बैंक से बेहतर वैल्यू मिल सकता है। याद रखें, गोल्ड लोन पाने के लिए सोने को जमानत के तौर पर गिरवी रखना पड़ता है जो लोन चुकाने के बाद ही वापस मिलता है। 

इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: यह जानकारी एक्सपर्ट की रिपोर्ट के आधार पर दी जा रही है। बाजार जोखिमों के अधीन होते हैं, इसलिए निवेश के पहले अपने स्तर पर सलाह लें।) ( ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)

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