होम लोन दरें इस समय अब तक के सबसे निचले स्तर पर हैं, और इसलिए शायद घर खरीदने का यह सबसे अच्छा समय है। होम लोन से, घर का मालिक बनना सुविधाजनक और अफॉर्डेबल भी हो जाता है। यदि आपने होम लोन लेकर प्रोपर्टी खरीदने का फैसला किया है, तो ऐसे अनेक महत्वपूर्ण फैक्टर्स हैं जिन्हें आपको ध्यान में रखना चाहिए। लोन की राशि, ब्याज दरों के अलावा समान मासिक किश्त (ईएमआई), एक महत्वपूर्ण फैक्टर होती है जिस पर आपको लोन की अवधि के बारे में विचार करना चाहिए। आमतौर पर होम लोन की अवधि 5-30 वर्ष की होती है। आप इस अवधि के दौरान ईएमआई का भुगतान करते हैं।
एक तरफ होम लोन की लंबी अवधि यानि 20 से 30 वर्ष की होने पर, ईएमआई आउटगो कम हो जाता है, लेकिन इसके लिए ब्याज का अधिक भुगतान करना पड़ता है। लोन की अवधि के कम होने के नतीजे में बड़ी ईएमआई का भुगतान करना पड़ता है, लेकिन कुल लोन अवधि के दौरान अदा किया जाने वाला कुल ब्याज कम हो जाता है। इसलिए, कम अवधि के होम लोन की तुलना में, लंबी अवधि में ईएमआई कम होती है। इस लेख में, हम कुछ बातों पर विशेष रूप से बात करेंगे जिससे आपको अपने होम लोन की आदर्श अवधि चुनने में सहायता मिलेगी।
आपकी आयु
आमतौर पर, होम लोन की अवधि को उधारकर्ता की आयु के साथ जोड़ा जाता है। इसलिए, यदि आपकी आयु 20 या 30 वर्ष के आसपास है, और आपने अभी अपने कैरियर की शुरूआत की है, तो 20 से 30 वर्ष की अवधि का विकल्प चुनने से आपको बढ़ती वित्तीय जिम्मेवारियों को मैनेज करने में सहायता मिलेगी। छोटी राशि की ईएमआई के साथ अपने नियमित खर्चों को मैनेज करना आपके लिए आसान होगा। अपने कैरियर में आप इस चरण पर कम अवधि के होम लोन को तभी चुन सकते हैं जब आप वित्तीय रूप से मजबूत हैं और बड़ी ईएमआई के भार को उठाने में सक्षम हैं। यदि आपकी आयु 40 वर्ष से अधिक की है या आप रिटायरमेंट की आयु के नज़दीक हैं, तो इस बात की सलाह दी जाती है कि आपको कम अवधि का लोन लेना चाहिए ताकि आप बैंक के पात्रता मानदंडों को पूरा कर सकें।आमतौर पर उदारदाता द्वारा अधिकतम 30 वर्ष की अवधि के लिए लोन दिया जाता है। कुछ 35 या 40 वर्ष की लोन अवधि दे सकते हैं। लेकिन, अवधि के बारे में फैसला आयु के आधार पर लिया जाता है जिस आयु में उधारकर्ता रिटायर होगा। उदाहरण के तौर पर, 25 वर्षीय व्यक्ति 60 वर्ष की आयु में रिटायर होने की योजना रखता है, तो वे 35 वर्ष की अवधि प्राप्त करने की कोशिश कर सकते हैं। दूसरी तरफ, यदि आपके रिटायर होने में 10 वर्ष हैं, तो इतनी ही अधिकतम अवधि के लिए आपको लोन दिया जाएगा। पेंशन लेने वाले सरकारी कर्मचारियों को इससे छूट मिल सकती है जो रिटायरमेंट के बाद भी अपनी ईएमआई का भुगतान कर सकते हैं।
आपके लोन का साइज
लोन की बड़ी ज़रूरत के मायने हैं उच्च ईएमआई की जिम्मेवारी। आपको अपनी वर्तमान आय को ध्यान मे रखते हुए लोन अवधि का फैसला करना चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि आपका लोन, आपकी वार्षिक आय के दो या तीन से गुणा के आसपास है, तो आप अनावश्यक ब्याज के भुगतान से बचने के लिए कम अवधि को चुन सकते हैं। लेकिन, यदि लोन बड़ा है, तो अपने फाईनेंस पर पड़ने वाले दबाव से बचने के लिए लंबी अवधि को पसंद किया जा सकता है।
मौजूद कर्ज जिम्मेदारियां
आपको अपनी मौजूदा कर्ज़ जैसे पर्सनल लोन, कार लोन, क्रेडिट कार्ड बिल, गोल्ड आदि जैसी डेट जिम्मेदारियों पर भी विचार करना चाहिए। अनेक मौजूदा कर्ज़ जिम्मेदारियों के चलते, लोन लेने की क्षमता उस सीमा तक कम हो जाती है, और लोन कैपेसिटी को बढ़ाने के लिए आपको पास दो विकल्प हैं। इसलिए पहला विकल्प है कि यदि आप कम अवधि के लिए लोन लेना चाहते हैं, तो अपनी मौजूदा डेट जिम्मेदारियों को समाप्त कर दें। दूसरा विकल्प, यह होगा कि आप लंबी अवधि के लिए लोन के लिए आवेदन करें, और साथ ही मौजूदा लोन को जारी रखें। आप अपनी लिक्विडिटी या अपनी मौजूदा वित्तीय स्थिति के आधार पर अपने मौजूदा लोन को बंद करने का फैसला कर सकते हैं।
अंतिम फैसला लेना
आपकी वरीयता, लोन की रिपेमेंट में डिफॉल्ट को कम से कम रखने की होनी चाहिए। आप अपनी वित्तीय क्षमता के अनुसार उधार लेकर, डिफॉल्ट की संभावना को कम कर सकते हैं। अपनी वित्तीय कैपेसिटी का अनुमान लगाते समय, आपको अपनी वर्तमान और संभावित भावी आय, अन्य वित्तीय लक्ष्यों, दीर्घकालिक आय स्थिरता आदि पर विचार करना चाहिए। होम लोन सबसे सस्ता बोरोइंग टूल है जिससे आपको अनेक कर संबंधी लाभ भी प्राप्त होते हैं।
यदि आप शीघ्र ही कर्ज़ से मुक्त होना चाहते हैं और आपको लिक्विडिटी की भी कोई समस्याएं नहीं हैं, तो आप कम से मध्यम अवधि के लिए होम लोन का विकल्प चुन सकते हैं। दूसरी तरफ, यदि आप होम लोन के अंतर्गत कर लाभों के साथ-साथ निम्न-लागत फंडिंग चाहते हैं और साथ ही आपकी सीमित डेट रिपेमेंट क्षमता है, तो आप लंबी अवधि के होम लोन का विकल्प चुन सकते हैं। और अवधि के दौरान, यदि आपको कभी अपने लोन का समय से पहले भुगतान करने का अवसर मिलता है, तो कर्ज से मुक्त होने के लिए इस अवसर का आप लाभ भी उठा सकते हैं।
(इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)