- किसी देश की अर्थव्यवस्था वहां की जीडीपी पर निर्भर करती है
- दुनिया की टॉप 10 बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों की लिस्ट
- पहले नंबर पर अमेरिका है जबकि दूसरे नंबर पर चीन
नई दिल्ली : किसी भी देश की अर्थव्यवस्था वहां की जीडीपी (ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट) से निर्धारित होती है। जीडीपी एक साल में किसी देश के द्वारा प्रोड्यूस किए गए गुड्स और सर्वेसस का कुल मार्केट वैल्यू होता है। साल दर साल जीडापी के ऊपर नीचे होने से देश की अर्थव्यवस्था की रैंकिंग में भी उतार चढ़ाव होता रहता है। देश की मुद्रा में भी उतार चढ़ाव इसी का नतीजा है।
2019-20 के लिए टॉप 10 अर्थव्यवस्था वाला देश-
अमेरिका (युनाइटेड स्टेट्स)
2019 में अमेरिका की जीडीपी 21 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से भी ज्यादा होने की उम्मीद थी। अमेरिका की अर्थव्यवस्था पूरी दुनिया की इकोनॉमी का 20 पर्सेंट है और यह अभी भी चीन की इकोनॉमी से बड़ा है। अमेरिका का सर्विस सेक्टर पूरी तरह विकसित है और तकनीक से भरपूर है जो कुल जीडीपी का 80 फीसदी आउटपुट देता है। इसके अलावा यहां का फायनांस, रीटेल और हेल्थकेयर वैश्विक इकोनॉमी में भी एक अहम रोल अदा करता है।
चीन
चीन की अर्थव्यवस्था ने पिछले कुछ दशकों में काफी बढ़ोत्तरी की है। यही कारण है कि इसने दुनिया के 10 अर्थव्यवस्था में दूसरे नंबर पर जगह बना लिया है। चीन की 2019 में जीडीपी 9.2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर थी।
जापान
2019 में जापान की जीडीपी .2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर थी। इसके साथ ही यह ग्लोबल रैंकिग में तीसरे नंबर पर आ गया। 1960, 70 और 80 के दशक में जापान की अर्थव्यवस्था में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई। 1990 के बाद से जापान की अर्थव्यवस्था पहले से थम गई। हालांकि पिछले कुछ सालों में जापान ने अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में काफी बेहतर काम किया है और नंबर तीन पर काबिज होने में कामयाब हो गया।
जर्मनी
2019 में जर्मनी की नॉमिनल जीडीपी 4.2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर थी। इसी के साथ ही जर्मनी ने ग्लोबल रैंकिंग में चौथे नंबर पर अपनी जगह बनाई। 2009 के बाद जर्मनी की अर्थव्यवस्था 4.0 फीसदी से बढ़ी और फिर यह बूम करती गई। यही कारण है कि आज यह टॉप 5 ग्लोबल इकोनॉमी में अपनी जगह बनाता है।
यूनाइटेड किंगडम
यूके में 1999 और 2008 के बीच औसतन जीडीपी 2.8 फीसदी रही। अगले साल ब्रेग्जिट के कारण देश की आंतरिक स्थिति डांवाडोल हो गई थी और प्राइवेट सेक्टर और फिक्स इन्वेस्टमेंट पर इसका बुरा असर पड़ा। हालांकि 3.2 ट्रिलियन यूएस डॉलर की नॉमिनल जीडीपी के साथ यह अभी ग्लोबल रैंकिंग में 5वें नंबर पर है।
इंडिया
2018 में फ्रांस की इकोनॉमी को पछाड़ते हुए भारत ने टॉप 6 में अपनी जगह बनाई। इसके साथ ही जल्द ही भारत तेजी से टॉप में अपनी जगह बनाने के लिए तत्पर है। 2019-20 में भारत की नॉमिनल जीडीपी 2.9 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर थी। इसके साथ ही भारत हाल ही में चीन को पछाड़ते हुए दुनिया में तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था में अपना नाम कर लिया है।
फ्रांस
2019 में फ्रांस की इकोनॉमी ग्लोबल रैंकिंग में सातवें नंबर पर थी। देश की जीडीपी 2019 में 2.9 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर थी। वर्तमान में देश में 70 पर्सेंट जीडीपी देश के प्राइवेट सेक्टर से आता है। ऑटोमोटिव, रेलवे और एयरोस्पेस के क्षेत्र में फ्रांस दुनिया में नंबर वन है।
इटली
2019 में 2.07 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के जीडीपी के साथ इटली ग्लोबल रैंकिंग में आठवें नंबर पर अपनी जगह बना पाया। इसी के साथ ही यह दुनिया की आठवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया। 2013 तक इसकी अर्थव्यवस्था 2.26 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक हो जाने की उम्मीद है।
ब्राजील
ग्लोबल इकोनॉमी क्राइसिस के पहले ब्राजील की अर्थव्यवस्था काफी बढ़िया थी। उस समय इसकी जीडीपी 3.4 पर्सेंट तक हर साल बनी रहती थी। 2009 में क्राइसिस के बाद ब्राजील की अर्थव्यवस्था की काफी गिरावट आई और इसी प्रकार 2019 में इसकी जीडीपी 2.0 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के करीब रही।
कनाडा
2019 में कनाडा की नॉमिनल जीडीपी 1.8 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर थी। इसी के साथ ही ग्लोबल रैंकिंग में ये 10वें नंबर पर रहा। इस साल वार्षिक वृद्धि दर 2.0 पर्सेंट की उम्मीद की गई है। कनाडा अर्थव्यवस्था और जीडीपी के मामले में रूस से एक पायदान ऊपर है।