- भारत में नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा एक डिजिटल हवाई अड्डा होगा।
- NIA में परिवारों या बुजुर्गों और यात्रियों के लिए संपर्क रहित यात्रा और व्यक्तिगत सेवाओं को सक्षम करेगा।
- YIAPL स्विटजरलैंड की कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी की 100 फीसदी सहायक कंपनी है।
नई दिल्ली। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) ने उत्तर प्रदेश के जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) के निर्माण के लिए टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को ठेका किया है। तीन शॉर्टलिस्टेड टीमों में से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए टाटा प्रोजेक्ट्स का चयन किया गया है। टाटा प्रोजेक्ट्स नोएडा नेशनल हवाई अड्डे (Noida International Airport) पर टर्मिनल, रनवे, एयरसाइड इंफ्रास्ट्रक्चर, सड़कों, यूटिलिटी, लैंडसाइड सुविधाओं और अन्य सहायक बिल्डिंग का निर्माण करेगी।
टाटा प्रोजेक्ट्स के पास व्यापक अनुभव
टाटा प्रोजेक्ट्स के पास बुनियादी ढांचे के निर्माण का व्यापक अनुभव है। कंपनी के कुछ कार्यों में नए संसद भवन, मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के कई खंड और मुंबई, पुणे, दिल्ली, लखनऊ, अहमदाबाद और चेन्नई सहित विभिन्न शहरों में मेट्रो रेल लाइनें शामिल हैं।
आर्थिक विकास और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि टाटा प्रोजेक्ट्स के साथ हम साल 2024 तक सालाना 12 मिलियन यात्रियों की क्षमता के साथ एक यात्री टर्मिनल, रनवे और हवाई अड्डे के अन्य बुनियादी ढांचे के लिए काम कर रहे हैं। नोएडा नेशनल हवाई अड्डा राज्य के साथ- साथ पूरे देश में रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा।
ये होगी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की खासियत
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का डिजाइन सतत विकास पर आधारित होगा और यह भारत का पहला नेट जीरो एमिशन एयरपोर्ट होगा। हवाई अड्डे को आईजीबीसी सर्टिफाइड बिल्डिंग, रेनवॉटर हार्वेस्टिंग, जीरो लिक्विड डिस्चार्ज सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, जैसे ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन और विकसित किया जाएगा।
मालूम हो कि टाटा प्रोजेक्ट्स भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाली और सबसे प्रशंसित इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में से एक है। इसकी बड़ी और कॉम्प्लेक्स शहरी और औद्योगिक बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को क्रियान्वित करने में विशेषज्ञता है। उत्तर प्रदेश की सरकार ने जेवर में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास को शुरू करने के लिए 7 अक्टूबर 2020 को यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।