नई दिल्ली : संकटग्रस्त येस बैंक के ग्राहक अपने क्रेडिट कार्ड और ऋणों का भुगतान अब अन्य बैंक खातों के माध्यम से कर सकते हैं। बैंक की ओर से मंगलवार को यह जानकारी दी गई, जिसमें IMPS/NEFT सेवाओं के बहाल कर दिए जाने के बारे में भी बताया गया। इससे पहले भारतीय रिजर्व बैंक ने नकदी संकट के चलते उसके कामकाज पर रोक लगा दी थी और निदेशक मंडल को भंग करते हुए इसका कामकाज देखने के लिए भारतीय स्टेट बैंक के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) प्रशांत कुमार को प्रशासक नियुक्त कर दिया था।
येस बैंक पर नियंत्रण की कोशिशों के तहत जमाकर्ताओं के लिए मासिक निकासी राशि की अधिक सीमा 50,000 रुपये तय कर दी गई। यह प्रतिबंध उन ग्राहकों के लिए भी है, जिनके कई खाते हैं। यानी जिन ग्राहकों के कई खाते हैं, वे भी सभी खातों से कुल 50,000 रुपये ही एक महीने में निकाल पाएंगे। बीते सप्ताह 5 फरवरी को अचानक घोषित इस रोक से ग्राहक हैरान रह गए थे। येस बैंक की शाखाओं और एटीएम पर ग्राहकों की लंबी कतारें देखी गई थीं, जिसके बाद अब येस बैंक ने IMPS/NEFT सेवाओं को बहाल किए जाने की बात कही है।
येस बैंक की ओर से मंगलवार को ट्वीट कर कहा गया, 'आईएमपीएस/एनईएफटी सेवाएं अब बहाल हो गई हैं। आप दूसरे बैंक खातों से येस बैंक के क्रेडिट कार्य बकाए और ऋण देनदारियों का भुगतान कर सकते हैं।' बैंक ने यह भी कहा कि उसके एटीएम पूरी तरह काम कर रहे हैं और ग्राहक निर्धारित राशि निकाल सकते हैं।
इससे पहले लोगों को न केवल शाखाओं व एटीएम में पैसे निकालने के लिए लंबा इंतजार करता पड़ता था, बल्कि वे इंटरनेट बैंकिंग और डिजिटल भुगतान जैसे अन्य प्लेटफार्म के जरिये भी पैसे नहीं निकाल पा रहे थे। इसके अलावा ताजा घटनाक्रम से विदेशी मुद्रा सेवाएं और क्रेडिट कार्ड सेवाएं भी प्रभावित हुईं।