- वैसे तो सभी वाहनों का इंश्योरेंस जरूरी होता है।
- इंश्योरेंस नहीं करने पर दो हजार रुपए जुर्माना भी है।
- वाहन इंश्योंरेस दो तरह के होते हैं। कम्प्रेहेंसिव और थर्ड-पार्टी।
भारत में आमतौर पर मानसून से चिलचिलाती गर्मियों से राहत मिल जाती है। लेकिन, कई शहरों में लगातार होने वाली बारिश से अनेक समस्याएं भी पैदा हो जाती हैं। हाल ही में मुंबई का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें मूसलाधार बारिश के बाद एक कार धीरे-धीरे एक सिंकहोल में डूबती नजर आ रही थी। यह न केवल कार के मालिक बल्कि इस वीडियो को देखने वाले लाखों लोगों के लिए एक डरावना सीन था। यह घटना न केवल हमारे जीवन बल्कि हमारी महत्वपूर्ण संपत्तियों के लिए प्राकृतिक आपदाओं के खतरों के बारे में सजग रहने की जरूरत को हाईलाइट करती है। यह हमें यह भी याद दिलाता है कि हमारा प्रकृति पर नियंत्रण कम ही होता है लेकिन हम पक्के तौर पर ऐसे उपाय- जैसा कि इंश्योरेंस, करा सकते हैं जिससे हमें संकट के समय में वित्तीय राहत मिल सकती है।
हालांकि वायरल वीडियो में दिखाई गई कार को आखिरकार स्थानीय अधिकारियों की सहायता से बाहर निकाल लिया गया था, लेकिन यह बात पक्की है कि इसके डूबने के कारण इसमें कई गंभीर खामियां पैदा हुई होगी। इस प्रकार के जोखिमों और इस प्रकार के अचानक होने वाली घटना के कारण वाहन के मालिकों द्वारा वहन की जाने वाली वित्तीय लागतों को ध्यान में रखते हुए कन्प्रेहेंसिव कार इंश्योरेंस पॉलिसी को तैयार किया जाता है।
भारत में मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार, सड़क पर चलने वाले सभी वाहनों का इंश्योरेंस जरूरी है। बिना कार इंश्योरेंस के वाहन को चलाने पर नए मोटर वाहन अधिनियम 2019 के तहत 2000 रुपए जुर्माना भरना पड़ सकता है। इसलिए, कार मालिकों को ऐसी इंश्योरेंस पॉलिसी जरूर लेनी चाहिए जिसमें विभिन्न प्रकार के नुकसानों को कवर किया जाता है।
ऑटोमोबाइल इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स के टाइप
मार्केट में मुख्य रूप से दो प्रकार के ऑटो इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं- कम्प्रेहेंसिव कार इंश्योरेंस पॉलिसी और थर्ड-पार्टी कार इंश्योरेंस। जैसा कि नाम से ही पता लगता है, कम्प्रेहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी में अधिक कवरेज दी जाती है जिसमें न केवल आपकी कार को होने वाले नुकसान की लागतों को कवर किया जाता है बल्कि इसके साथ तीसरे पक्ष - आपके और इंश्योरेंस प्रोवाइडर के अलावा कोई भी पक्ष, द्वारा उठाई जाने वाली लागतों को भी कवर किया जाता है। इसमें चोरी, आग से होने वाली क्षति, डकैती, मानव निर्मित और प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाले नुकसानों को भी कवर किया जाता है। इसके अलावा, आप अपनी कम्प्रेहेंसिव कार इंश्योरेंस पॉलिसी को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त लागत पर अतिरिक्त कवर भी ले सकते हैं।
कानून के तहत थर्ड-पार्टी इश्योरेंस जरूरी है और इसमें आपको थर्ड पार्टी को होने वाले नुकसान के लिए कानूनी देयताओं के प्रति कवर मिलता है। इसमें चोट लगना, नुकसान, विकलांगता (डिसेबिलिटी) और आपके वाहन के कारण थर्ड पार्टी की मृत्यु को कवर किया जाता है। लेकिन, इसमें आप खुद को लगने वाली चोटों या आपकी कार को होने वाले नुकसान की मरम्मत के लिए इंश्योरेंस का दावा नहीं कर सकते हैं। इनको केवल कम्प्रेहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी द्वारा कवर किया जाएगा। जिसके अनुसार, कम्प्रेहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी में उन सभी देयताओं को भी कवर किया जाता है, जिन्हें थर्ड-पार्टी इश्योरेंस प्लान में कवर किया जाता है।
कम्प्रेहेंसिव पॉलिसी के तहत कवर किए जाने वाले नुकसान का दायरा (स्कोप)
आमतौर पर, कम्प्रेहेंसिव कार पॉलिसी में आप कार के अधिकतर हिस्सों को होने वाले नुकसान का दावा कर सकते हैं। आप अपनी कार की सीट, विंडशील्ड और अन्य किसी भी पार्ट को होने वाले नुकसान के लिए दावा कर सकते हैं और ऐसा नुकसान बाढ़, चक्रवात, तूफान आदि के कारण भी हो सकता है। लेकिन, यह भी संभव है कि मानसून या बाढ़ के कारण आपकी कार के इंजन में पानी के घुस जाने की वजह से होने वाले नुकसान का दावा न कर सकें। यदि इंजन में पानी भरने के कारण या जब आपका वाहन पानी में डूब जाता है, तो हाइड्रोस्टेटिक लॉक के कारण होने वाले वाहन नुकसान के मामले में संभव है कि स्टैण्डर्ड कम्प्रेहेंसिव प्लान में उन्हें कवर न किया जाए। हालांकि, आपके बेसिक कम्प्रेहेंसिव प्लान के लिए भुगतान की वैकल्पिक सुविधा (पेड ऑप्शनल फैसिलिटी) के रूप में पेश किया गया इंजन प्रोटेक्शन एड-ऑन कवर ऐसी स्थितियों में आपकी मदद कर सकता है। एड-ऑन कवर, जो मार्केट में विभिन्न नामों के तहत उपलब्ध है, पानी भर जाने की स्थिति में इंजन को होने वाले नुकसान की स्थिति में आपके फाइनेंस की सुरक्षा कर सकता है। यदि आपका वाहन बह जाता है या प्राकृतिक आपदा जैसे बाढ़, भूकंप आदि में पूरी तरह से गुम हो जाता है, तो आप अपने चुने गए इंश्योरेंस प्रोडक्ट में शामिल नियमों और शर्तों के अनुसार नुकसान का दावा कर सकते हैं।
अपनी पॉलिसी को मजबूत बनाने के लिए इन एड-ऑन पर विचार करें
हालांकि कम्प्रेहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत अधिकतर नुकसान कवर किए जाते हैं, लेकिन आपको चोरी, इंजन को होने वाले नुकसान, ब्रेकडाउन सहायता आदि की लागत के विरूद्ध सुरक्षा पाने के लिए अतिरिक्त कवर या एड-ऑन खरीदने पड़ सकते हैं। नाममात्र की लागत से इन एड-ऑन से आपको मन की शांति मिल सकती है। इंजन प्रोटेक्शन एड-ऑन से पानी भरने के कारण होने वाले नुकसान की भरपाई की जा सकती है। पर्सनल एक्सीडेंट कवर से, दुर्घटना के कारण लगने वाली चोटों या मौत के लिए हर्जाना मिल सकता है। ब्रेकडाउन असिस्टेंस एड-ऑन से ब्रेकडाउन, पंक्चर, चाबी खो जाना, कार के दरवाजों का बंद हो जाना आदि स्थितियों में आपको सहायता मिल सकती है। जैसे जैसे आपका वाहन पुराना होता चला जाता है, इसकी कीमत में कमी होती है। कार की कम हो चुकी कीमत की बजाए, खरीद कीमत पर कम्प्लीट कवरेज प्रदान करने के लिए जीरो- डेप्रिसिएशन एड-ऑन कवर दिया जाता है। खासतौर पर इसे नई कारों के लिए ऑफर किया जाता है।
इसके अलावा, आप एक्सेसरीज़ कवर एड-ऑन को भी ले सकते हैं जिसमें बहुमूल्य एक्सेसरीज़ जैसे एलसीडी डिस्प्ले, स्टीरियो, रिवर्स कैमरा आदि को नुकसान की स्थिति में आप दावा कर सकते हैं। आप कंज्यूमेबल प्रोटेक्शन कवर भी ले सकते हैं, जो आपको नट्स और बोल्टस, स्क्रू, एयर कंडीशनर गैस, बियरिंग, इंजन आयल, आयल फिल्टर, फ्यूल फिल्टर, ब्रेक आयल तथा अन्य एसोसिएटेड पार्ट्स की मरम्मत या उन्हें बदलने के लिए नुकसान का दावा करने में मदद कर सकता है।
मानसून के दौरान अपनाए जाने वाले कार टिप्स
यदि आप पानी भरने की संभावना वाले एरिया में रहते हैं, तो आपको इस बात के प्रति सावधान रहना चाहिए कि आप कहां पर अपनी कार को पार्क करते हैं और साथ ही पानी से भर जाने वाली सड़कों पर वाहन चलाते समय भी आपको सावधान रहना चाहिए। पानी से भरे एरिया में बंद पड़ी कार को स्टार्ट करने की कोशिश न करें क्योंकि इससे इंजन को नुकसान हो सकता है। नुकसान होने के बाद, अपनी कार को अधिकृत गैराज में ले जाएं, न कि लोकल मेकेनिक के पास, क्योंकि इंश्योरेंस कंपनियों द्वारा केवल ऑथेन्टिक पार्ट्स रिप्लेसमेंट को ही स्वीकार किया जाता है न कि अनऑथोराइज़्ड पार्ट रिप्लेसमेंट को। मानसून के दौरान ड्राइविंग करते समय, विंडोज़ को थोड़ा खोल कर रखें और सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम को अनलॉकिंग पोजिशन में रखें।
अंत में
संबंधित वित्तीय जोखिमों के प्रभाव को कम करने के लिए, अनिवार्य थर्ड पार्टी प्लान की बजाए महत्वपूर्ण एड-ऑन के साथ कम्प्रेहेंसिव कार इंश्योरेंस पॉलिसी को अधिक पसंद किया जाना चाहिए। ऐसा करने से आपको थोड़ी अधिक लागत वहन करनी पड़ेगी, लेकिन संकट के समय इसके मिलने वाले लाभों की तुलना में यह लागत ज्यादा मायने नहीं रखती है। यह तय करने के लिए आप बेस्ट डील प्राप्त करते हैं, विभिन्न इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स की तुलना करें तथा उस इंश्योरेंस प्रोडक्ट को खरीदें जिससे आपकी ज़रूरतों को सबसे अच्छे से पूरा किया जाता है। हालांकि, आंख बंद करके ही पॉलिसी को सबसे सस्ते प्रीमियम की वजह से न खरीद लें, बल्कि इसके साथ-साथ पॉलिसी के फीचर्स और बीमाकर्ता के क्लेम सेटलमेंट ट्रैक रिकॉर्ड पर भी अपने खरीददारी के फैसले को अंतिम रूप देते समय विचार करें।
(इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: यह जानकारी एक्सपर्ट की रिपोर्ट के आधार पर दी जा रही है। बाजार जोखिमों के अधीन होते हैं, इसलिए निवेश के पहले अपने स्तर पर सलाह लें।) ( ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)