नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश किया। उन्होंने अपने ही बजट भाषण का रिकॉर्ड तोड़ दिया। नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल में पहली पूर्णकालिक महिला वित्तमंत्री के रूप में निर्मला सीतारमण ने कार्यभार संभाला। इसके बाद उन्होंने जून 2019 में पहली बार जब बजट भाषण पढ़ा तो उनके नाम समय के लिहाज से आजाद भारत के इतिहास का सबसे बड़ा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया था। अपने दूसरे बजट (एक फरवरी 2020) भाषण में उन्होंने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। उन्होंने इस बार करीब दो घंटे 40 मिनट तक बजट भाषण दिया। इससे पहले उन्हों 2 घंटे 15 मिनट का वक्त लगा था।
इससे पहले वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के भाषण समय के हिसाब से वित्त वर्ष 2019-20 के लिए सबसे लंबा था। उनके भाषण में 11 हजार शब्द थे। उन्हें इसे पढ़ने में 2 घंटे 15 मिनट का वक्त लगा था। इसके बाद समय के लिहाज से दूसरा सबसे बड़ा भाषण वित्त मंत्री जसवंत सिंह का था। उनका वित्त वर्ष 2003-04 के लिए दिया गया भाषण 2 घंटे 12 मिनट का था।
शब्दों की संख्या के हिसाब से पूर्व वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सबसे लंबा भाषण दिया था। साल 1991 में उनका दिया बजट भाषण शब्दों के हिसाब से सबसे लंबा था उसमें कुल 18,700 शब्द थे।
भारतीय संसद के इतिहास में सबसे छोटे बजट भाषण का रिकॉर्ड हीरूभाई पटेल के नाम दर्ज है। उनके द्वारा पेश किया गया बजट आंतरिक बजट था और इसे आपातकाल के बाद पेश किया गया था। इस बजट को 1977 के चुनाव नजदीक आने से पहले पेश किया गया था। वर्ष 1951 से लेकर के फरवरी 2020 तक कुल 52 बार बजट पेश किया गया।