मुंबई : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि सरकार आंकड़ों की विश्वसनीयता में सुधार लाने पर ध्यान दे रही है। विभिन्न वृहत आर्थिक आंकड़ों की गणना के तौर-तरीकों पर चिंता के बीच उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी), मुद्रास्फीति और रोजगार समेत विभिन्न पहलुओं पर गौर किया जा रहा है। वित्त मंत्री ने टाइम्स नेटवर्क इंडिया इकोनॉमिक कॉन्क्लेव 2019 के मौके पर बोलते हुए यह बात कही।
टाइम्स नेटवर्क द्वारा आयोजित भारत आर्थिक सम्मेलन में सीतारमण वीडियो कान्फ्रेंन्सिंग के जरिए अपने संबोधन में कहा, सरकार आंकड़े पर गौर कर रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि आंकड़े को लेकर जो भी संदेह है, उसे दूर किया जाएगा ताकि जो भी सरकारी आंकड़े आएं, उसकी साख अच्छी हो और लोग उसे स्वीकार करें। वित्त मंत्री की यह टिप्पणी वैसे समय आयी है जब सरकार पर आंकड़ों के संग्रह के लिए गलत तौर-तरीके अपनाने और अनुकूल निष्कर्ष निकालने के आरोप लग रहे हैं। इस साल की शुरुआत में 100 से अधिक अर्थशास्त्रियों ने सार्वजनिक रूप से ऐसी प्रवृत्तिओं को लेकर सार्वजनिक रूप से से चिट्ठी लिखी थी।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग तथा सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय समेत सरकारी एजेंसियां आंकड़ों से जुड़ी इन पहलुओं पर काम कर रही हैं। हालांकि वित्त मंत्री ने कहा कि असंगठित क्षेत्र के कारण सरकार का रोजगार को लेकर आकलन अच्छा नहीं है। हाल में जारी सरकार के आधिकारिक आंकड़े के अनुसार बेरोजगारी चार दशक के उच्च स्तर पर पहुंच गई है।